पशुधन फर्जीवाड़ा में दो सीनियर आईपीएस सस्पेंड आईपीएस अधिकारी दिनेश चन्द्र दुबे एवं अरविन्द सेन निलम्बित
लखनऊ :
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करने वाली योगी सरकार ने सोमवार को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। डीआईजी स्तर के दो पुलिस अधिकारियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है।
प्रदेश सरकार ने डीआईजी रूल्स एंड मैन्युअल दिनेश चंद्र दुबे और डीआईजी पीएसी अरविंद सेन को निलंबित कर दिया है। पिछले दिनों बहुचर्चित पशुधन विभाग टेंडर घोटाला में दोनों अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी।
ठेकेदारी में कमीशन और पशुधन फर्जीवाड़ा ठगी में कार्रवाई
गृह विभाग के सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार दिनेश चन्द्र दुबे के सम्बन्ध में यूपी सिडको नोडल एजेन्सी के अन्तर्गत कस्तूरबा हाॅस्टल, शिवगढ, बछरावां, रायबरेली एवं सादाबाद में बनवाने का ठेका तथा बरेली एवं कौशाम्बी में बस अड्डा एवं लखनऊ में दिव्यांगो की बिल्डिंग बनवाने के ठेके दिलाने एवं उससे होने वाले लाभ सम्बन्धी शिकायत प्राप्त हुई थी। इसी तरह अरविन्द सेन, पुलिस उपमहानिरीक्षक, पी0ए0सी0 आगरा के सम्बन्ध में पशुपालन विभाग में कूट रचित कर ठगी किये जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी।
जेल में बंद आरोपी से पुलिस अधिकारी ने 144 बार बात की
उत्तर प्रदेश पशुधन विभाग के टेंडर घोटाला मामले में घोटालाबाजों की मदद करने का तथ्य सामने आने के बाद सरकार ने कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि जेल में बंद एक आरोपित से पुलिस अधिकारी ने टेलीफोन पर 144 बार बात की है। बार-बार हुई बातचीत के दौरान पैसों के लेनदेन की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद ही मुख्यमंत्री ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है।
बड़ी कार्रवाई के बाद आईपीएस लॉबी सकते में
दो पुलिस अधिकारियों पर हुई कार्रवाई से आईपीएस लॉबी भी सकते में है, हालांकि योगी सरकार अब तक कई पुलिस अधिकारियों पर निलंबन की कार्रवाई कर चुकी है जिसमें एडीजी स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं। इससे पहले नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण के साथ 5 आईपीएस अधिकारियों पर निलंबन की कार्रवाई की गई थी।