नायडू ने दी नववर्ष की शुभकामनायें
नयी दिल्ली,
उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने नववर्ष के उपलक्ष्य में मनाये जाने वाले विभिन्न त्याेहारों की पूर्व संध्या पर राष्ट्रवासियों को शुभकामनायें दी हैं और देश में शांति, सौहार्द्र, समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की है। श्री नायडू ने साेमवार को यहां जारी एक संदेश में कहा, “ मैं ‘उगादि, गुड़ी पड़वा, चैत्र शुक्लादि, चेतीचंड, वैशाखी, विशु, पुथांडु, वैशाखादि और बोहाग बिहू’ के शुभ अवसर पर अपने देश के सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। ” उन्होंने कहा कि ये त्योहार पारम्परिक नव वर्ष के शुभारंभ के अवसर पर मनाये जाते हैं और हमारे देश की सामाजिक संस्कृति और समृद्ध विरासत को दर्शाते हैं। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लोग ‘उगादि’ और कर्नाटक में ‘युगादि’ के नाम से इस त्योहार को मनाते हैं। महाराष्ट्र में इसे ‘गुड़ी पड़वा’ और तमिलनाडु में ‘पुथांडु’ के नाम से यह त्योहार मनाया जाता है। केरल में हमारे मलियाली भाई-बहन इसे ‘विशु’ और पंजाब में ‘वैशाखी’ के नाम से इस उत्सव को मनाते हैं। ओडिशा में इसे ‘पणा संक्राति’ के नाम से मनाया जाता है। पश्चिमी बंगाल में ‘पोइला बोइशाख’ और असम में ‘बोहाग बिहू’ नव वर्ष के आगमन का प्रतीक है।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि इस त्योहार का आयोजन अलग-अलग नामों से किया जाता है, परंतु उल्लास, उमंग और घनिष्ठता की भावना से परिपूर्ण उत्सवी माहौल हर जगह एक समान होता है। उन्होेंने कहा कि हमारे धर्म ग्रंथों और शास्त्रों में अनेक ऐसी घटनाओं का उल्लेख है, जिनसे प्रकृति के प्रति हमारी श्रद्धा का पता चलता है। हमारे देश में फसल-कटाई का मौसम एक ऐसा अवसर होता है, जो प्रकृति के चैतन्य और प्राचुर्य के उत्सव की तरह मनाया जाता है। श्री नायडू ने कहा कि हमारे देश में त्योहार सदा से ऐसा अवसर रहा है, जब परिजन और मित्र-बंधु एक साथ मिलकर उत्सव का आयोजन करते हैं लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी नागरिकों को कोविड-19 संबंधी स्वास्थ्य और स्वच्छता मानकों का अनुपालन करना चाहिए और इस त्योहार को मनाना चाहिए। उन्होंने कहा,“ मैं कामना करता हूँ कि ये पर्व हमारे देश में शांति, सौहार्द्र, समृद्धि और खुशहाली लाएँ।”