विश्व में महिलायें प्रभावी भूमिका निभायेंगी: धनखड़
नयी दिल्ली। संसद में महिला आरक्षण विधेयक ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ को ऐतिहासिक करार देते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि आने वाले समय में लोक सभा एवं राज्यों की विधानसभाओं में एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी तथा महिलाएं और अधिक प्रभावी ढंग से देश का मार्गदर्शन करेंगी। धनखड़ ने राजस्थान के अजमेर में मेयो कॉलेज में छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले समय में महिलाओं की भूमिका समाज में और भी महत्वपूर्ण होने जा रही है। इस अवसर पर उन्होंने छात्राओं को पुरस्कार भी प्रदान किये।
उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की सुप्रसिद्ध पंक्तियां-‘अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी, आंचल में है दूध और आंखों में पानी’- का उल्लेख करते हुए कहा कि आज ये कहावत बदल गई है। उन्होंने कहा कि महिलाएं अबला नहीं हैं। वे देश और दुनिया में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक एक लंबे समय से लंबित था और इसे पारित कराने के कई प्रयास किय गए लेकिन यह नहीं हो पाया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस ऐतिहासिक विधेयक को पारित कराया और देश की महिलाओ को वह सम्मान दिया जिसकी वह एक लंबी समय से हकदार थीं।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि वास्तविक शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। शिक्षा जीवन के प्रत्येक आयाम से संबंधित होनी चाहिए। जो जीवन का सर्वांगीण विकास करें शिक्षा वही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि समाज में परिवर्तन लाने के लिए शिक्षा से बढ़कर और कोई ताकत नहीं है। शिक्षा मनुष्य के जीवन को रूपांतरित कर देती है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश में अवसरों की कमी नहीं है। भारत वर्ष 2047 में दुनिया की सबसे तेज गति से विकसित होती हुई अर्थव्यवस्था होगा और विश्वगुरु के पद पर आसीन होगा।