श्रीनिवास आर. कुलकर्णी खगोल विज्ञान पुरस्कार से सम्मानित
नयी दिल्ली। भारतीय मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक श्रीनिवास आर.कुलकर्णी को मिलीसेकंड पल्सर, गामा-रे बर्स्ट, सुपरनोवा और अन्य क्षणिक खगोलीय घटनाओं (ट्रांज़िएंट एस्ट्रोनॉमिकल इवेंट) के संबंध में उनके अभूतपूर्व अन्वेषण के लिए 2024 के लिए खगोल विज्ञान में 21वें शॉ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। श्री कुलकर्णी कैलटेक (कैलीफोनिर्या प्रौद्योगिकी संस्थान) में एस्ट्रोनॉमी एवं प्लेनेटरी साइंस (खगोल विज्ञान और ग्रह विज्ञान) के प्रोफेसर एवं प्रसिद्ध उद्यमी एन नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति के छोटे भाई हैं।
शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार द शॉ फाउंडेशन, हांगकांग द्वारा जारी प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि कुलकर्णी का “खगोलीय पिंडों में समय के साथ परिवर्तन के क्षेत्र में अनुसंधान इस विषय के समक्षने में एक क्रांतिकारी योगदान है। श्री कुलकर्णी वर्ष 2006 से 2018 तक कैलटेक ऑप्टिकल ऑब्ज़र्वेटरीज़ के निदेशक रहे। टाइम-डोमेन एस्ट्रोनॉमी में कुलकर्णी के अग्रणी शोध ने, विशेष रूप से पालोमर ट्रांजिएंट फैक्ट्री और ज़्विकी ट्रांजिएंट फैसिलिटी के माध्यम से, गतिशील आकाश की समझ को बढ़ाने में मदद की है। शॉ पुरस्कार हांगकांग के दिवंगत परोपकारी, रन रन शॉ द्वारा स्थापित, किया गया है। शॉ पुरस्कार फाउंडेशन खगोल विज्ञान, जीव विज्ञान तथा चिकित्सा और गणितीय विज्ञान में तीन वार्षिक पुरस्कार शामिल देता है जिसमें 12 लाख डालर की राशि प्रदान की जाती है। का मौद्रिक पुरस्कार प्रदान करने की व्यवस्था है।