युवा खिलाड़ियों का आना एक महत्वपूर्ण पड़ाव: सन्देश झिंगन
दुबई,
भारत के अनुभवी फुटबॉल खिलाड़ी संदेश झिंगन गुरुवार को अपने जीवन के एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर पहुंचे, जब उन्हें गत दिनों ओमान के खिलाफ खेले गए अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच में टीम की कप्तानी करने का मौका मिला। उनके साथ टीम में छह पदार्पण करने वाले खिलाड़ी मौजूद थे, हालांकि पहले 10 खिलाड़ियों का पदार्पण होना था, लेकिन अंतिम समय में छह खिलाड़ियों को यह मौका मिला। संदेश ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच वर्ष 2015 में नेपाल के खिलाफ फीफा विश्व कप 2018 के क्वालीफायर मुकाबले के तौर पर खेला था। इस मुकाबले में उन्हें मिलाकर कुल सात खिलाड़ियों ने अपना पदार्पण किया था जो उस समय एक रिकॉर्ड था।
संदेश ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘ किसी भी देश के लिए विज्ञान, फुटबॉल या अन्य किसी भी क्षेत्र में प्रगति के लिए प्रतिभा का लगातार सामने आना जरूरी है। युवा खिलाड़ियों के विकास से ही आपको हर साल नया संदेश जिंगन, सुनील छेत्री, गुरप्रीत सिंह संधू और अन्य खिलाड़ी मिलने सुनिश्चित होंगे। हर साल युवा खिलाड़ियों की उपलब्धता राष्ट्रीय टीम में सुधार सुनिश्चित करेगी। बेल्जियम हो, जर्मनी, इंग्लैंड या कोई अन्य मजबूत फुटबॉल टीम हर कोई इसी सिद्धांत पर चलता है। मैं यह देख कर बहुत खुश हूं कि युवा खिलाड़ी कितने प्रशिक्षित हैं और भारतीय फुटबॉल के भविष्य को लेकर काफी सकारात्मक हूं। ‘ फुटबॉल कप्तान ने कहा, ‘यूथ डेवलपमेंट सेट अप के जरिए युवा खिलाड़ियों का उभरना पिछले कुछ वर्षाें से भारतीय फुटबॉल में एक क्रांति लाया है। आज के युवाओं के पास बेहतर कोच हैं और वह फुटबॉल के साथ काफी सहज हैं और उनमें भरपूर आत्मविश्वास है। अगर मैं इस बैच के लिए कुछ कहना चाहूं तो शब्द कम पड़ जाएंगे, क्योंकि यह पहले से ही इतना प्रेरित और फुटबॉल के लिए मानसिक रूप से मजबूत है। बेशक आपको शांत और बुद्धिमान होने की जरूरत है, लेकिन अपने प्रतिद्वंद्वियों से जीतने के लिए आपको थोड़ा आक्रमक भी होना होगा। जो खूबी युवा भारतीय फुटबॉलर्स के पास है। बॉल पास होने पर उनके पास शांत रहने की खूबी है, इसलिए एक कप्तान के तौर पर मेरी जिम्मेदारी आसान हो जाती है। ‘