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लंबे समय तक रहेगा ‘द कश्मीर फाइल्स’ का प्रभाव : राम गोपाल वर्मा

कोलकाता,

जाने-माने फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘ द कश्मीर फाइल्स’ की सरहाना करते हुए कहा है कि इस फिल्म का प्रभाव दीर्घ काल तक बना रहेगा।  वर्मा ने ‘यूनीवार्ता’ के साथ साक्षात्कार में कहा, “मुझे लगता है कि इसका प्रभाव लंबे समय तक या शायद हमेशा के लिए रहेगा। क्योंकि फिल्म ने सभी परंपराओं और मानदंडों को तोड़ दिया है। अगर हम ‘आरआरआर’ को देखें, तो कोई भी इसकी नकल नहीं कर सकता, क्योंकि यह बहुत महंगी फिल्म है। उन्होंने कहा,“एक कम बजट की फिल्म होने के नाते ‘द कश्मीर फाइल्स’ का इस तरह से पैसा कमाना प्रभावशाली है। मुझे लगता है कि फिल्म उद्योग पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ का प्रभाव ‘आरआरआर’ से कहीं अधिक होगा। उन्होंने अपनी फिल्म ‘डेन्जरस’ की रिलीज को टाल दिया है। फिल्म को लेकर कई थिएटरों से असहयोग का हवाला देते हुए उन्होंने कहा,“ थियटर मालिकों ने समलैंगिक थीम के कारण फिल्म को प्रदर्शित करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने ने पहले ही इस बात की घोषणा कर दी थी कि उनकी फिल्म डेन्जरस देश की पहली लेस्बियन क्राइम थ्रीलर है। उनकी फिल्म ‘फायर’ और मलयालम फिल्म ‘संचारम’ से कितनी अलग है के सवाल पर उन्होंने कहा,“इन फिल्मों और डेन्जरस में समय का फर्क है।धारा 377 को निरस्त करने के बाद सब कुछ सामान्य हो गया है। उनमें और हममें कोई अंतर नहीं रहा।एक पुरुष का किसी महिला के प्यार में पड़ना या पुरुष का किसी पुरुष के प्यार में पड़ना अब एक जैसा है। हम पुरुष और महिला नायक और उनके बीच के केमिस्ट्री के साथ बहुत सारी फिल्में बना रहे हैं। मैंने सोचा कि मुझे एक ऐसी फिल्म बनानी है, जहां सब कुछ वैसा ही हो जैसा फिल्म की मांग है, लेकिन मुख्य जोड़ी समलैंगिक है।


उन्होंने कहा,“ इससे पहले मेरे लिए एक्टर ढूंढना कठिन था। इस तरह के मुद्दे को लेकर लोगों में हिचक थी । फिल्म की कहानी पसंद करने के बावजूद वे काम करने से इनकार कर देते थे। स्पष्ट रूप से वे अपने परिवार के बारे में सोच रहे होंगे। इसके अलावा कई अभिनेत्रियों को इस बात से दिक्कत होती है कि लोग क्या कहेंगे। फिल्म के ट्रेलर ने पहले लोगों को का ध्यान अपनी ओर खींचा है। ट्रेलर में नैना गांगुली और अपसरा रानी के बीच कई बोल्ड सीन दिखाए गए हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या फिल्म की कहानी में इस तरह के सीन की मांग थी, उन्होंने कहा,“ मैं इंटीमेट सीन दिखाना चाहता था, क्योंकि अगर वह सिर्फ किस करतीं, तो वह दोस्तों की तरह लगती और कोई उनको लेस्बियन नहीं मानता। उन्होंने फिल्म में उठाए गए मुद्दों के साथ किसी भी वास्तविक जीवन की समानता से इनकार किया और दर्शकों से ‘डेंजरस’ को एक काल्पनिक फिल्म की तरह देखने का आग्रह किया।
कंपनी और सत्या जैसी सफल फिल्मों के निर्देशक ने कहा, “मैंने अपने जीवन में ऐसे किसी भी समलैंगिक जोड़े को नहीं देखा है। वर्मा ने अमिताभ बच्चन, ब्रूस ली, उर्मिला मातोंडकर और ऐन रैंड जैसी हस्तियों के साथ पोर्नस्टार तोरी ब्लैक को अपनी आत्मकथात्मक पुस्तक ‘गन्स एंड थाइज’ समर्पित की है। बाद में उन्होंने एक और पोर्नस्टार मिया माल्कोवा के साथ एक फिल्म ‘गॉड, सेक्स एंड ट्रुथ’ बनाई।

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