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राय ने आईटीबीपी के शहीदों को दी श्रद्धांजलि,परेड की सलामी ली

नयी दिल्ली/ग्रेटर नोएडा,

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने रविवार को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 60 वें स्‍थापना दिवस पर बल के शहीदों को श्रधांजलि दी और शानदार परेड की सलामी ली। श्री राय ने बल के सभी जवानों तथा अधिकारियों को आईटीबीपी की स्‍थापना के 59 साल पूरे होने पर बधाई दी और हिमालयी क्षेत्र में स्थित अति कठिन एवं दुर्गम अग्रिम चौकियों पर उत्साह तथा चौकसी से की जा रही देश की सुरक्षा के लिए हिमवीरों की प्रशंसा की। उन्‍होंने कहा कि उन्होंने स्‍वयं अग्रिम चौकियों पर जाकर अनुभव किया है कि हिमवीर किन प्रतिकूल परिस्थितियों में अपने कर्तव्‍यों का निर्वहन कर रहे हैं। कोराना महामारी के दौरान समर्पित भाव से देशवासियों की सेवा और सरकार को दिए गए सहयोग के लिए उन्होंने बल के कोरोना वॉरियर्स की जमकर तारीफ की। वह बल के दस शहीदों के परिवारों से से भी मिले और देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने के लिए राष्ट्र की ओर से कृतज्ञता जाहिर की। महानिदेशक संजय अरोड़ा ने पिछले लगभग एक वर्ष के बल के क्रिया-कलापों एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।


परेड में बल की सभी सीमांत टुकडियों ने भाग लिया साथ ही महिला कंटीजेंट, स्कीइंग, माउं‍टेनियरिंग कंटीजेंट, पैराट्रूपर्स, डॉग स्क्वाइड व अश्‍वरोही सवार दस्तों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई । इस मौके पर आईटीबीपी के 23 पदाधिकारियों को वीरता के लिए पुलिस पदकों से विभूषित किया गया। इनमें 20 वे पदाधिकारी भी सम्मिलित थे, जिन्‍होंने सीमा पर अदम्‍य साहस व बहादुरी का परिचय दिया। इसके अलावा आईटीबीपी के पदाधिकारियों को विशिष्‍ट सेवा के लिए राष्‍ट्रपति पुलिस पदक एवं सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदकों से भी अलंकृत किया गया। इस अवसर पर प्रशिक्षण के क्षेत्र में उत्‍कृष्‍टता के लिए आईटीबीपी अकादमी, मसूरी को वर्ष 2016-17 के लिए केंद्रीय गृह मंत्री की सर्वोत्‍त्‍म पुलिस प्रशिक्षण केंद्र की ट्रॉफी प्रदान की गई। बल की विभिन्‍न वाहिनियों व संस्‍थानों को भी पुरस्‍कृत किया गया।

गौरतलब है कि आईटीबीपी का गठन 1962 में किया गया था। अभी यह बल उच्च तुंगता वाले क्षेत्रों में 18,800 फीट तक की ऊँचाईयों पर स्थित अग्रिम चौकियों पर तैनात रहकर 3488 किमी लंबी भारत-चीन सीमा की सुरक्षा का कार्य कर रहा है। इसके अलावा आईटीबीपी नक्सल प्रभावित इलाकों के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा व वीआईपी सुरक्षा ड्यूटियों में भी तैनात है।

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