गरीबों के हित में छह सालों में जो कार्य हुए, पहले कभी नहीं हुए: मोदी
भोपाल,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों और वंचितों के हित में कार्य करने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए आज कहा कि देश में पिछले छह सालों के दौरान गरीबों के हित में जितने व्यवस्थित ढंग से कार्य हुए हैं, वे पहले कभी नहीं हुए।
मोदी ने सडक़ किनारे ठेला लगाकर या फुटपाथ पर बैठकर कार्य करने वालों (स्ट्रीट वेंडर्स) के लिए प्रारंभ की गयी प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत मध्यप्रदेश के एक लाख से अधिक हितग्राहियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। श्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार की सभी योजनाएं इस तरह से एक दूसरे को संबद्ध कर बनायी गयी हैं, जिससे गरीबों, पीड़तिों, शोषितों, वंचितों, दलितों और आदिवासियों का व्यापक हित हो सके। इस दिशा में पिछले छह सालों में जिस तरह से व्यवस्थित ढंग से कार्य हुआ, वो पहले कभी नहीं हुआ।
कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केंद्रीय शहरी कार्य मंत्री हरदीप पुरी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान, राज्य के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र ङ्क्षसह, अन्य मंत्री, जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी जुड़े। श्री मोदी ने इंदौर जिले के सांवेर निवासी झाडू बनाकर बेचने वाले दंपत्ति, ग्वालियर में चाट बेचने वाली महिला और उसके परिजनों तथा रायसेन जिले के सांची निवासी आर्गेनिक सब्जी बेचने वाले व्यक्ति से संवाद भी किया। मोदी ने कहा कि दुनिया में जब भी महामारी या कोई अन्य संकट आता है, उससे गरीब ही सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। देश में कोरोना संकट के दौरान भी यही हुआ। इसलिए केंद्र सरकार ने गरीबों के हित में कोरोना संकट की शुरूआत से कदम उठाए। केंद्र सरकार ने पिछले छह सालों के दौरान गरीबों के हित में जो योजनाएं बनायीं, वे सब एक दूसरे से संबद्ध हैं और इन सभी का कोरोना संकट के दौरान भी प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसके अलावा इन्हीं योजनाओं से संबद्ध अन्य योजनाएं भी शुरू की जा रही हैं। मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के हितग्राहियों के बारे में नयी योजना पर कार्य किया जा रहा है और अब देखा जाएगा कि उज्जवला, आयुष्मान और अन्य केंद्रीय योजनाओं का लाभ इन हितग्राहियों को मिल रहा है अथवा नहीं। यदि इन्हें अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है तो उन्हें इन योजनाओं का लाभ दिलाना भी सुनिश्चित कराया जाएगा।
मोदी ने इसके बाद रायसेन जिले के सांची नगर निवासी भागचंद कुशवाह से चर्चा की। श्री कुशवाह ने बताया कि वे जैविक सब्जियां उगाकर उन्हें बेचने का कार्य करते हैं। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का लाभ लेकर वह वापस अपना व्यवसाय शुरू कर रहे हैं। श्री मोदी ने उन्हें जैविक सब्जियों के इस व्यवसाय को बढ़ाने का सुझाव देते हुए कहा कि बैंक इत्यादि उन्हें मदद करेंगे। श्री मोदी ने कहा कि जिन हितग्राहियों से उन्होंने बातचीत की, उनका आत्मविश्वास भी सराहनीय है। मोदी ने कहा कि वे डिजिटल लेनदेन को हमेशा प्रोत्साहित करते हैं, क्योंकि आने वाला समय इसी का है और यह सरल और पारदर्शी भी है। एक समय था जब देश में गरीबों को कागजी कार्रवाई के कारण बैंक तक जाने में डर लगता था, लेकिन अब ²ढ़ता के कारण गरीब बैंक भी पहुंच रहे हैं और डिजिटलाइजेशन के कारण उनके खाते में पैसा सीधा जा रहा है। मोदी ने बताया कि मौजूदा सरकार ने 40 करोड़ निम्न मध्यमवर्गीय लोगों के जनधन खाते खुलवाए। इन्हें आवास मुहैया कराए जा रहे हैं। कोरोना संकट के दौरान 20 करोड़ से अधिक बहनों के खातों में 31 हजार करोड़ रुपयों से अधिक राशि जमा करायी गयी। दस करोड़ से अधिक किसान परिवारों के खातों में 94 हजार करोड़ रुपयों से अधिक की धनराशि सीधे भेजी गयी। उन्होंने सरकार की ओर से उठाए गए अन्य कदमों के बारे में भी बताया।