नीतीश के बहकावे में न आए एससी,एसटी वर्ग, ये हिसाब-किताब का समय: मायावती

लखनऊ,

Mayawati's BSP only alternative to Yogi Adityanath government in UP? |  Deccan Herald

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को घोषणा की कि अगर राज्य में किसी अनुसूचित जाति या जनजाति के शख्स की हत्या होती हैं तो उसके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। नीतीश कुमार के इस बयान पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि वर्तमान बिहार सरकार एक बार फिर एससी,एसटी वर्ग के लोगों को अनेकों प्रलोभन देकर उनके वोट के जुगाड़ में है जबकि अपने पूरे शासनकाल में इन्होंने इन वर्गों की घोर अनदेखी की है।

Mayawati's nephew BSP national coordinator

मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘बिहार विधानसभा आमचुनाव के पहले वर्तमान सरकार एक बार फिर एससी,एसटी वर्ग के लोगों को अनेकों प्रलोभन,आश्वासन आदि देकर उनके वोट के जुगाड़ में है जबकि अपने पूरे शासनकाल में इन्होंने इन वर्गों की घोर अनदेखी,उपेक्षा की व कुंभकरण की नीन्द सोते रहे, जिसके हिसाब-किताब का अब समय। अगर बिहार की वर्तमान सरकार को इन वर्गों के हितों की इतनी ही चिन्ता थी तो उनकी सरकार अबतक क्यों सोई रही? जबकि इनको इस मामले में यूपी की बसपा सरकार से बहुत कुछ सीखना चाहिए था। अत: इन वर्गों से अनुरोध है कि वे श्री नीतीश सरकार के बहकावे में कतई न आयें। बता दें कि शुक्रवार को पटना में अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम के तहत गठित राज्य स्तरीय सतर्कता और मॉनिटरिंग समिति की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में एससी-एसटी को लेकर बयान दिया है।
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