नेतृत्व के विश्वास पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा – प्रमोद तिवारी
लखनऊ,
वरिष्ठ नेता ने सीडब्ल्यूसी में मनोनीत होने पर आलाकमान का आभार जताया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारण समिति सीडब्लूसी (कांग्रेस वर्किंग कमेटी) का सदस्य मनोनीत किये जाने पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महासचिव- उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ। उन्होने कहा है कि केन्द्रीय नेतृृत्व ने जो विश्वास मुझमें व्यक्त किया है, मै उस पर पूरी तरह खरा उतरने की कोशिश करूंगा। विशेष रूप से मैं, उत्तर प्रदेश के उन सभी कांग्रेस जनों के प्रति, तथा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, कांग्रेस के समर्थकों के प्रति भी आभार व्यक्त करता हूँ। जिनकी शुभकामनायें मेरे साथ रहीं, और जिनकी हार्दिक इच्छा थी कि मेरी सेवाओं का उपयोग कांग्रेस पार्टी में लिया जाय, उन सभी के प्रति हृृदय से कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ कि उन्हीं का आशीर्वाद है जिससे मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
आईसीएमआर द्वारा जारी किये गये आंकड़ों पर अविश्वास नहीं किया जा सकता: प्रमोद तिवारी
श्री तिवारी ने आज पूरे देश में लगभग 98 हजार (लगभग एक लाख) कोरोना संक्रमित मिलने पर चिन्ता व्यक्त करते हुये कहा है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद आईसीएमआर द्वारा कराये गये सीरो सर्वे के अनुसार कोरोना संक्रमितों के जो आंकड़े आये है उसे पुष्ट करते हुये आशंका व्यक्त की है कि माह मई 2020 में ही कोरोना संक्रमितों की संख्या 64.6 लाख (चौंसठ लाख साठ हजार) पार कर चुकी थी जबकि सरकारी आंकड़ों के अनुसार माह मई 2020 में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख से बहुत कम थी। जबकि वास्तविकता कुछ और थी, और इसीलिये देश में बहुत ही चौंकाने वाली मौतें हुई हैं। श्री तिवारी ने कहा है कि इसकी जांच होनी चाहिए- क्योंकि यह भारत देश की 130 करोड़ जनता के साथ अक्षम्य अपराध हुआ है, यदि ये जान बूझकर हुआ है तो दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए और यदि अनजाने में हुआ है तो भारत सरकार इसकी जांच कराये और जनता को इसका जवाब दे, और इसके लिये ”मोदी सरकार” देश से क्षमा याचना करे।
चीन के मामले पर प्रधानमंत्री को संपूर्ण देश को विश्वास में लोना चाहिए
श्री तिवारी ने कहा है कि पहले रक्षा मंत्री के स्तर पर और अब विदेश मन्त्री के स्तर पर हुई बातचीत में चीन ने एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के भारतीय भूभाग पर जो बलात और असंवैधानिक कब्जा कर रखा है उससे न तो हटने का आश्वासन दिया है और न ही अपने कदम पीछे हटाये हैं। प्रधानमंत्री को संपूर्ण देश को विश्वास में लोना चाहिए, पूरे देशवासी भारतीय सेना के साथ खड़े है और उसकी क्षमता तथा अजेय शक्ति पर पूरा विश्वास करते हैं- हम इसे पुन: दोहराना चाहते हैं । श्री तिवारी ने कहा है कि प्रधानमंत्री से आग्रह ही नहीं करते बल्कि उनसे उनके संवैधानिक दायित्व के निर्वाहन की भी अपील करते हैं कि देश को लद्दाख की वास्तविक स्थिति से अवगत करायें, और यदि वे ”मन की बात” में नहीं बताना चाहते हैं तो देश की संसद में बतायें, देश हित में यह अति आवश्यक है, यह माननीय प्रधानमंत्री जी का संवैधानिक दायित्व है और देश की जनता हर हाल में इसे जानना चाहती है ।