“मधुक्रांति पोर्टल” व “हनी कॉर्नर” सहित शहद परियोजनाओं का शुभारंभ
नई दिल्ली,
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मधुमक्खी पालन से किसानों की आय बढ़ाने पर जोर देते हुए बुधवार को कहा कि शहद उत्पादन के लिए एक तरह से प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। नेफेड ने शहद की मार्केटिंग की कमान संभाल ली है जो शुभ संकेत हैं। श्री तोमर ने “मधुक्रांति पोर्टल” और “हनी कॉर्नर” सहित शहद परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए कहा कि इसके माध्यम से दूरदराज के क्षेत्र के मधुमक्खी पालकों को अच्छा मार्केट मिलना चाहिए। देश में शहद उत्पादन क्षमता बढ़ाने की क्षमता है, पर गुणवत्ता पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मधुमक्खी पालन संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देते हुए सरकार की विभिन्न पहलें मधुमक्खी पालन का कायाकल्प करने में मदद कर रही हैं, जिसके परिणाम स्वरूप प्रत्येक वर्ष लगभग 1.20 लाख टन शहद का उत्पादन देश के ग्रामीण इलाकों में विशेष रूप से किया जा रहा है। इसका लगभग 50 प्रतिशत निर्यात किया जाता है। शहद और संबंधित उत्पादों का निर्यात बढ़कर करीब दोगुना हो चुका है।