क्षेत्रीय प्रतीकों पर अधिक प्रकाशन लाने का आग्रह किया नायडू ने

नयी दिल्ली, 

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने ग्रामीण लोककथाओं और स्थानीय कहानियों को भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित करने के लिए लिखने और लोकप्रिय बनाने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि बच्चों के साहित्य में ऐसे कथ्य शामिल किये जाने चाहिए।  श्री नायडू ने मंगलवार को वरिष्ठ पत्रकार जे.एस. इफ्तेखार की पुस्तक ‘उर्दू पोएट्स एंड राइटर्स – जेम्स ऑफ डेक्कन’ की एक प्रति स्वीकार करते हुए कहा कि राज्य सरकारों को क्षेत्रीय स्तर के लेखकों और कवियों तथा अन्य साहित्यकारों को सामने लाने की मुहिम शुरू करनी चाहिए। इस अवसर पर उप राष्ट्रपति ने तेलंगाना राज्य भाषा और संस्कृति विभाग के निदेशक ममीदी हरिकृष्णा से पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव पर पुस्तकें स्वीकार की। उन्होंने श्री सत्यकाशी भार्गव द्वारा लिखित ‘मानवोत्तम राम’ और श्री मल्लिकार्जुन द्वारा लिखित ‘नल्लागोंडा कथालू’ भी प्राप्त की। ‘जेम्स ऑफ डेक्कन’ गद्य और कविता का एक संकलन है जो दक्कन क्षेत्र के 51 उत्कृष्ट कवियों और लेखकों के जीवन और कार्यों को समेटे हुए है। यह पुस्तक हैदराबाद के संस्थापक मुहम्मद कुली कुतुब शाह के समय से लेकर वर्तमान समय तक दक्कन की समृद्ध साहित्यिक और सांस्कृतिक परंपराओं पर है।

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