केजरीवाल ने 60 खिलाड़ियों को सौंपा सहायता राशि का चेक
नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मिशन एक्सीलेंस स्कीम के तहत 60 खिलाड़ियों को करीब चार करोड़ रुपए का चेक सौंपते हुए शुक्रवार को कहा कि हमारा सपना है कि जितने मेडल चीन और अमेरिका लेकर आते हैं, हमें उससे ज्यादा मेडल लेकर आना है। केजरीवाल ने कहा कि हम प्रतिभावान खिलाड़ियों को पैसे की कमी नहीं होने देंगे। हमें देश का नाम रौशन करना है। दिल्ली सरकार ने ‘मिशन एक्सीलेंस स्कीम’ के तहत जिन खिलाड़ियों को आर्थिक मदद दी थी, वे ओलंपिक से भारत के लिए मेडल लेकर आएं । इसी के तहत आज मैंने 60 और खिलाड़ियों को चेक सौंपा। मुझे उम्मीद है कि इससे उन्हें अपनी ट्रेनिंग और डाइट में मदद मिलेगी। वो आगे बढ़ेंगे और देश को और मेडल दिलाएंगे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे स्पोर्ट सिस्टम में गरीब खिलाड़ियों को मदद का अभाव, खेल सुविधाओं की कमी और राजनीतिक हस्तक्षेप समेत तीन कमियां महसूस होती है। देश में यह जो कमियां हैं, हम उनको दिल्ली में दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। हम मिशन एक्सीलेंस के तहत गरीब खिलाड़ियों की मदद कर रहे हैं। दिल्ली में जगह-जगह अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहे हैं और खिलाड़ियों के चयन में राजनीतिक हस्तक्षेप खत्म कर दिया है।
उन्होंने कहा कि हम सब लोग जानते हैं कि एक खिलाड़ी जब पहला मेडल लेकर आता है, तो उसे पहले मेडल तक बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। उसको कहीं से सहारा नहीं मिलता है। घर से भी दुत्कार मिलती है। माता-पिता भी पढ़ने को बोलते हैं। कहते हैं कि खेलने से क्या होगा? कोई सरकारें भी इन खिलाड़ियों की कोई मदद नहीं करती हैं। उनको किसी किस्म का कोई स्ट्रक्चर नहीं मिलता है। हमारे देश मे जितने भी खिलाड़ी है, जिन्होंने बिना मदद के मेडल लाए, उनके संघर्ष को सलाम करता हूं। बिना किसी मदद के इतनी विपरित परिस्थितियो के अंदर वो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम चमका पाए। एक बार जब खिलाड़ी को मेडल मिल जाता है, तो सभी लोग उसके नाम और शोहरत के साथ जुड़ना चाहते हैं। उनको कोई सरकार एक करोड़ देती है, तो कोई दो करोड़ रुपए देती है। हम लोगों ने मिशन एक्सीलेंस योजना इसीलिए शुरू किया था, ताकि जो खिलाड़ी आगे बढ़ रहा है, उसको प्रशिक्षण आदि में आर्थिक मदद पहुंचाई जा सके।