भारत ने जीता एशियाई हॉकी 5एस विश्व कप क्वालीफायर
सलालाह। भारतीय महिला हॉकी टीम ने सोमवार को एकतरफा फाइनल मुकाबले में थाईलैंड को 7-2 से हराकर एशियाई हॉकी 5एस विश्व कप क्वालीफायर जीत लिया। फाइनल में पहुंचकर पहले ही विश्व कप में जगह बना चुकी भारतीय टीम के लिये मरियाना कुजुर (दूसरा, आठवां मिनट) और ज्योति (10वां, 27वां मिनट) ने दो-दो गोल जमाये, जबकि मोनिका टोप्पो (सातवां मिनट), नवजोत कौर (23वां मिनट) और महिमा चौधरी (29वां मिनट) ने एक-एक गोल किया। थाईलैंड की ओर से कुंजिरा इन्पा ने पांचवें मिनट में फील्ड गोल किया जबकि पांचवें ही मिनट में कोर्नकानोक सानपोंग ने कॉर्नर पर गोल किया।
इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम ने अपने सभी मुकाबले जीते। भारतीय महिलाओं ने अपने अभियान की शुरुआत 25 अगस्त को मलेशिया को 7-2 से हराकर की, जबकि 26 अगस्त को उन्होंने जापान को 7-1 से पीटा। भारत और थाईलैंड 27 अगस्त को ग्रुप चरण मुकाबले में आमने-सामने आये जहां भारतीय महिलाओं ने 5-4 की करीबी जीत दर्ज की। सेमीफाइनल में सोमवार को भारत की भिड़ंत मलेशिया से हुई जहां उसने 9-5 की दमदार जीत के साथ फाइनल में प्रवेश किया। विश्व कप में पहुंचने के लिये भारत को शीर्ष तीन टीमों में रहना था और सेमीफाइनल की जीत के साथ ही उसने शीर्ष आयोजन के लिये क्वालीफाई कर लिया था।
सेमीफाइनल मैच में भारत शुरू से ही आक्रामक रहा, लेकिन मलेशिया ने ज़ती मुहम्मद के गोल की मदद से चौथे मिनट में बढ़त बनाई। ज़ती मोहम्मद ने अगले ही मिनट मलेशिया की बढ़त दोगुनी कर भारत पर दबाव बनाया। भारत ने हालांकि अपनी आक्रामक नीति के बदलाव नहीं किया और उसे जल्द ही इसका फल भी मिला। कप्तान नवजोत कौर और मरियाना कुजूर ने क्रमशः सातवें और नौवें मिनट में गोल जमाकर भारत के लिए स्कोर बराबर किया। नज़ेरी ने 10वें मिनट में मलेशिया का तीसरा गोल किया लेकिन 12वें मिनट तक नवजोत और कुजूर ने एक एक गोल जमाकर भारत को पहली बार बढ़त की स्थिति में पहुंचा दिया।
महिमा ने 14वें मिनट में फील्ड गोल दागा और भारत हाफ टाइम तक 5-3 से आगे रहा। दूसरे हाफ में दोनों टीमों ने ज़ोरदार शुरुआत की और जफीराह के गोल के दम पर मलेशिया एक बार फिर पहले स्कोर करने में कामयाब रहा, हालांकि इसके बाद भारतीय टीम पूरी तरह प्रतिद्वंदी पर हावी हो गई। फुल टाइम से पहले मलेशिया ने कई मौके बनाए लेकिन नाज़ेरी (20वां मिनट) के अलावा कोई खिलाड़ी इन्हें गोल में नहीं बदल सका। दूसरी ओर, भारत ने नवजोत, मोनिका और ज्योति (दो) ने मौकों को गोल में बदलते हुए भारत को जीत दिलाई।