स्व0 डीपी बोरा की 80वीं जयंती मनायी गयी
लखनऊ,
राजधानी की राजनीति में दशकों तक दबदबा रखने वाले राजनेता डीपी बोरा की 80वीं जयंती सीतापुर रोड स्थित बोरा इंस्टीट्यूट ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज (कॉलेज ऑफ नर्सिंग) में बुधवार को कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुये सरकार द्वारा जारी किये गये दिशा-निर्देश एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये मनायी गयी। इस दौरान स्व. बोरा जी द्वारा किये गये महत्वपूर्ण जनान्दोलन, छात्र राजनीति से लेकर विधानसभा की विधायी राजनीति तक के सफर की चर्चा हुयी।
कार्यक्रम का शुभारम्भ विधायक व कालेज प्रबन्धक निदेशक डा0 नीरज, निदेशक बिन्दु बोरा, कालेज प्राचार्या डा0 शीला तिवारी, उपप्राचार्य एल्बिन मामचन वार्गीस आदि ने दीप प्रज्जवलन कर किया। मौके पर मौजूद सभी ने स्व0 डीपी बोरा जी को स्मरण करते हुये उनके चरणों में पुष्पांजलि अर्पित की। विधायक डा. नीरज बोरा ने अपने पिता के संघर्षों की याद दिलाते हुये कहा कि डीपी बोरा जी ने आजीवन जनता की मूलभूत सुविधाओं के लिये संघर्ष किया तथा लखनऊ की पेयजल व्यस्था में सुधार के लिये गोमती नगर वाटर वक्र्स की स्थापना करवायी। राजधानी को बाढ से बचाने हेतु तटबंध निर्माण के लिए विधानसभा में आवाज उठायी।
स्व. बोरा जी ने न केवल गोमती नदी में मछुआरों को नि:शुल्क मछली पकडने का शासनादेश करवाया बल्कि हजारों बेघरों को दर्जनों कालोनियां बसाकर आवास दिलाने का काम किया। डा0 बोरा ने बताया कि पूर्व में स्प्रिट आसानी से और कम दाम में उपलब्ध होने के चलते गरीबों ने इसे नशे के रूप में अपना लिया था। जिसके विरोध में महिलाओं ने डीपी बोरा जी से स्प्रिट बन्द करवाने का अनुरोध किया। डीपी बोरा जी ने सरकार के सामने गरीब महिलाओं की इस बात को रखा। सरकार ने इस गंभीर विषय पर विचार कर स्प्रिट में नौसादर मिलाकर प्रयोग की बात का शासनादेश जारी किया। नौसादर युक्त स्प्रिट पीने वाले व्यक्ति को तुरन्त ही उल्टी हो जायेगी और लोग नशे के रुप में इसका प्रयोग नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें पिता जी के संघर्षों से प्रेरणा मिलती है। इस अवसर पर भाजपा पदाधिकारी डा0 विवेक सिंह तोमर, राम औतार कनौजिया, रामशरण सिंह, लवकुश त्रिवेदी, राकेश पाण्डेय, सतीश वर्मा, अवधेश कुमार सहित कालेज स्टाफ डा0 अमर सक्सेना, तपन साहनी, मनीष शुक्ला, बरखा, अनुपमा, ज्योति प्रभा, अनिल सिंह, रश्मि सक्सेना, विवेक सिंह, सुभाष चौहान सहित अन्य लोग मौजूद रहे।