दंगों के सरपरस्तों से रहें सावधान: योगी आदित्यनाथ
लखनऊ,
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को भाजपा कार्यकर्ताओं को दंगे के सरपरस्तों से होशियार रहने की हिदायत दी और कहा कि इन विकास विरोधी चेहरों को बेनकाब करने की जरूरत है। योगी ने बुलंदशहर सीट के उपचुनाव के सिलसिले में भाजपा के मण्डल, सेक्टर एवं बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं से वर्चुअल संवाद में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विकास विरोधी लोग जाति के नाम पर लड़ा कर, शोषण और भ्रष्टाचार कर दंगाइयों को प्रश्रय देते हैं। उन्होंने कहा मुझे लगता है कि मुजफ्फरनगर के दंगे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोग नहीं भूले होंगे और इसीलिए मैं आप सभी कार्यकर्ताओं का आह्वान करता हूं कि दंगे के सरपरस्तों से सावधान रहने की जरूरत है। इन विकास विरोधी चेहरों को बेनकाब करने की आवश्यकता है।
योगी ने कहा ऐसे समय में, जब केंद्र और प्रदेश सरकारें भेदभाव किए बिना विकास की योजनाओं का लाभ हर नागरिक तक पहुंचा रही हैं, तब यह लोग गुमराह करके, षड्यंत्र करके, जातीय और सांप्रदायिक दंगों से अव्यवस्था, अराजकता, आगजनी और तोडफ़ोड़ को बढ़ावा दे रहे हैं। इन सब से सावधान रहने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि प्रदेश सरकार ने पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान जो भी कार्य किए हैं, वे भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र को ही व्यावहारिक धरातल पर उतारने का एक कार्यक्रम है। उन्होंने कहा ”इसी के जरिये युवाओं, महिलाओं और व्यापारियों समेत प्रत्येक तबके लिये कार्य हो रहा है। यह कार्य भाजपा के अलावा अन्य कोई दल नहीं कर सकता। कोरोना कालखंड के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किए गए कार्य इसका सबूत हैं।
योगी ने कहा ” जिन चीनी मिलों को पिछली सरकारें औने पौने दाम पर बेचती थीं, उन मिलों को हमारी सरकार ने चलाया। जब हम सत्ता में आए थे तो गन्ना किसानों का पांच, छह साल का भुगतान बकाया था। यह चुनौती थी इसलिए मैंने गन्ना पट्टी से ही सुरेश राणा को गन्ना मंत्री बनाकर बकाया भुगतान कराने का दायित्व दिया था। मैं उन्हें बधाई दूंगा कि महज तीन वर्षों के अंदर एक लाख छह हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा चुका है। बुलंदशहर सीट भाजपा विधायक वीरेन्द्र सिंह सिरोही के निधन के कारण रिक्त हुई है। योगी ने सिरोही का जिक्र करते हुए कहा ”बुलंदशहर के बारे में पिछली सरकारों ने कुछ नहीं सोचा। लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश सरकार ने सोचा कि बुलंदशहर में एक मेडिकल कॉलेज भी होना चाहिए। इस मेडिकल कॉलेज को लेकर औपचारिकताएं पूरी हो चुकी है। अगले एक डेढ़ महीने में हम इसका शिलान्यास कर काम शुरू कर देंगे।