करोड़ों लोगों के जीवन में मील का पत्थर साबित होगी स्वामित्व योजना: मोदी
नई दिल्ली ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को संपत्ति कार्ड के वितरण का रविवार को शुभारंभ होगा और यह इन लोगों के जीवन में मील का पत्थर साबित होगी। मोदी ने इस योजना की शुरूआत से पहले शनिवार को कर कहा , ” कल का दिन ग्रामीण भारत के लिए एक बड़ा सकारात्मक परिवर्तन लाने वाला है। सुबह 11 बजे स्वामित्व योजना के अंतर्गत संपत्ति कार्ड के वितरण का शुभारंभ किया जाएगा। यह योजना करोड़ों भारतीयों के जीवन में मील का पत्थर साबित होगी। एक अन्य कहा , ” स्वामित्व योजना के तहत चरणबद्ध तरीके से देश के लगभग 6.62 लाख गांवों के लोगों को प्रॉपर्टी कार्ड दिए जाएंगे। ग्रामीणों को अपनी संपत्ति के स्वामित्व का आधिकारिक दस्तावेज मिलेगा, जो उन्हें सशक्त बनाएगा। इसके माध्यम से वे बैंक लोन सहित कई वित्तीय सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे। उल्लेखनीय है कि मोदी रविवार को वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से पंचायती राज मंत्रालय की इस योजना की शुरूआत करेंगे।
मोदी ने’मन की बात के लिए मांगे सुझाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से संवाद के अपने लोकप्रिय मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात के अक्टूबर प्रसारण के लिए शनिवार को लोगों से सुझाव देने का आग्रह किया । मोदी का यह कार्यक्रम प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को आकाशवाणी से सुबह 11 बजे प्रसारित किया जाता है। इस माह यह 25 अक्टूबर को प्रसारित किया जायेगा।
पिछले साल 2019 में दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद श्री मोदी का यह 17वां कार्यक्रम होगा। मोदी के ट््िवटर हैंडल से इस माह प्रस्तुत किये जाने वाली ‘मन की बात के लिए सुझाव आमंत्रित किये गए हैं। सुझाव’माई एप, माईगव पर साझा अथवा संदेश रिकॉर्ड कराये जा सकते हैं। प्रधानमंत्री ने लिखा, ‘मन की बात नागरिकों की प्रेरक यात्राओं को साझा करने और उन विषयों पर चर्चा करने का एक बड़ा अवसर प्रदान करती है
कार्यक्रम में उन विषयों पर चर्चा होती है जो सामाजिक परिवर्तन की शक्ति देते हैं। पिछले माह 27 सितंबर को ”मन की बात संबोधन में श्री मोदी ने कहा कि कोरोना चुनौती के समय में ‘अन्नदाताओं ने शानदार सहनशीलता का परिचय दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि यदि कृषि क्षेत्र मजबूत रहेगा, तो आत्मनिर्भर भारत की नींव मजबूत रहेगी । उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में, यह क्षेत्र कई प्रतिबंधों से मुक्त हुआ है और इसने कई मिथकों से भी मुक्त होने की कोशिश की है।