साइबर चुनौती से निपटने और प्रौद्योगिकी जरुरतों के लिए विशेष विंग बनायेगी सेना
नयी दिल्ली। साइबर और प्रौद्योगिकी आधारित चुनौतियों से निपटने तथा अत्याधुनिक संचार प्रणाली की बढ़ती जरुरत तथा उसे सुरक्षित रखने के लिए सेना ने जल्द से जल्द कमान साइबर आपरेशन और स्पोर्ट विंग (सीसीओएसडब्ल्य) संचालित करने का निर्णय लिया है। सेना की ओर से गुरूवार को जारी वक्तव्य में कहा गया है कि शीर्ष कमांडरों के हाल ही में संपन्न हुए सम्मेलन में सेना को हर पहलू से मजबूत तथा अत्याधुनिक बनाने के लिए सामरिक , प्रशिक्षण, मानव जन संसाधन और प्रशासनिक दृष्टि से अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लियेे गये।
सम्मेलन में शीर्ष कमांडरों ने मौजूदा तथा उभरती सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और सेना की संचालन तैयारियों की समीक्षा की। सम्मेलन में सेना में किये जा रहे सुधारों , फोर्स स्ट्रक्चरिंग, आधुनिकीकरण , प्रौद्योगिकी और तीनों सेनाओं के एकीकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की गयी। इसके अलावा सेना में सुधारों की दिशा में शुरू की गयी महत्वाकांक्षी योजना अग्निपथ पर भी सभी पहलुओं से गहन चर्चा की गयी।
बातचीत के दौरान यह महसूस किया गया कि साइबर आधारित तथा प्राैद्योगिकी आधारित चुनौतियों को देखते हुए तथा अत्याधुनिक संचार प्रणाली की जरूरत तथा उसकी सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द से कमान साइबर आपरेशन और स्पोर्ट विंग (सीसीओएसडब्ल्य) संचालित किये जाने की जरूरत है।
इसके अलावा सेना को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और उपकरणों से लैस करने के लिए मुख्य निदेशालय तथा ‘टेस्ट बेड फार्मेशन’ चिन्हित करने का भी निर्णय लिया गया। तकनीकी क्षेत्र में अधिकारियों की कमी को पूरा करने के लिए तकनीकी एंट्री के जरिये भर्ती किये जाने वाले अधिकारियों के मौजूदा भर्ती माॅडल में अगले वर्ष जनवरी से बदलाव करने का भी निर्णय लिया गया। सिमुलेटर से प्रशिक्षण को बढावा देने के लिए इस वर्ष 791 करोड़ रूपये की लागत से 435 सिमुलेटर खरीदने का भी निर्णय लिया गया।
शहीद सैनिकों के विशेष बच्चों के कल्याण की दिशा में भी कदम उठाते हुए सेना बीमा कोष से उनके गुजारा भत्ते को दोगुना करने का निर्णय लिया गया है।