उत्तर प्रदेशटॉप-न्यूज़राज्यलखनऊ लाइव

आगामी महाकुम्भ के दृष्टिगत अभी से कार्ययोजना बनाते हुए तैयारी की जाए: योगी

लखनऊ,

मुख्यमंत्री  ने प्रयागराज स्मार्ट सिटी के कार्यों की प्रगति की सराहना करते हुए शेष कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। स्मार्ट सिटी, अमृत योजना एवं नमामि गंगे योजना के कार्यों की गति बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि पेयजल, सीवरेज, सेप्टेज प्रबन्धन के सम्बन्ध में समयबद्ध ढंग से कार्य योजना बनाते हुए इन योजनाओं को पूर्ण किया जाए। आगामी 2024-2025 के महाकुम्भ को दृष्टिगत रखते हुए कार्यों को आगे बढ़ाया जाए। जहां अमृत योजना के कार्य पूर्ण हो चुके हैं, वहां कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएं। सीवर के कनेक्शन युद्धस्तर पर किए जाएं। इसी प्रकार पेयजल योजनाओं के कनेक्शन भी उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराए जाने के निर्देश भी दिए।

योगी ने कहा कि प्रयागराज मण्डल में पर्यटन विकास की असीम सम्भावनाएं हैं। प्रयागराज कुम्भ ने पर्यटन विकास को नया आयाम दिया। प्रयागराज के साथ कौशाम्बी, श्रृंग्वेरपुर, प्रतापगढ़ में पर्यटन सम्भावनाओं के सम्बन्ध में कार्ययोजना बनाते हुए कार्यवाही की जाए। स्थानीय स्तर पर पर्यटन महत्व के स्थलों को विकसित किया जाए। आगामी महाकुम्भ के दृष्टिगत अभी से कार्ययोजना बनाते हुए तैयारी की जाए। आगामी जनवरी माह में आयोजित होने वाले माघ मेले के लिए भी कार्ययोजना अभी से तैयार की जाए। कोविड-19 के तहत इसे कैसे संचालित किया जाना है, इस सम्बन्ध में कार्ययोजना बनाकर शासन को अवगत कराया जाए।


मुख्यमंत्री  ने कहा कि खनन की सम्भावनाओं के दृष्टिगत त्वरित निर्णय लेते हुए कार्यवाही की जाए। खनन की कार्यवाही पारदर्शितापूर्ण एवं समयबद्ध ढंग से करने पर राजस्व में वृद्धि होगी। उन्होंने राजस्व संग्रह बढ़ाए जाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि जी0एस0टी0 के तहत पंजीकरण अधिक से अधिक संख्या में हो। रिटर्न के सम्बन्ध में व्यापारियों को प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि राजस्व संग्रह की स्थिति के सम्बन्ध में नियमित रूप से समीक्षा की जाए। योगी ने कहा कि परियोजनाओं का समयबद्ध ढंग से समय पर पूर्ण होना और गुणवत्तापरक होना आवश्यक है। इससे जनता को इन योजनाओं का लाभ मिलता है। उन्होंने 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने पर यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट प्रेषित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे समय पर धनराशि निर्गत होगी। उन्होंने कहा कि यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट प्रेषित करने से पूर्व, योजनाओं की प्रगति का भौतिक सत्यापन किया जाए।

Leave a Reply