बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती को लेकर उत्साह बढ़ रहा है: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। मगर इस बार का कार्यक्रम बुंदेलखंड के झाँसी के लिए महत्वपूर्ण रहा प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहां कि अब बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती को लेकर उत्साह बढ़ रहा है, झांसी की एक बेटी- गुरलीन चावला ने। लॉ की छात्रा गुरलीन ने पहले अपने घर पर और फिर अपने खेत में स्ट्रॉबेरी की खेती का सफल प्रयोग कर ये विश्वास जगाया है कि झांसी में भी ये हो सकता है।
स्टोबेरी की शुरुआत झांसी के रहने बाले हरजीत चावला की बेटी गुरलीन चावला ने घर की छत से की
आज मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जी ने झाँसी की गुरलीन चावला की स्ट्रॉबेरी उत्पादन और स्ट्रॉबेरी महोत्सव का जिक्र किया तो झाँसी के लोग झूम उठे ये बुंदेलखंड के झांसी के लिए एक गौरव की बात है स्ट्रॉबेरी उत्पादन को मूर्त रूप देने में झांसी के जिलाधिकारी आंध्र वामसी की अहम भूमिका रही जिनके अथक प्रयासों से बुंदेलखंड में 1 माह तक चलने वाला स्ट्रॉबेरी महोत्सव का आयोजन किया गया झांसी में स्टोबेरी की शुरुआत झांसी के रहने बाले हरजीत चावला की बेटी गुरलीन चावला ने घर की छत से की थी जो आज बड़े पैमाने पर झाँसी में खेतो में ऑर्गेनिक पद्धति से की जा रही है, और अब जिलाधिकारी जिला के सहयोग से स्टोबेरी महोत्सव का रूप दिया गया
झांसी में करीब एक महीने तक चलने वाले इस महोत्सव में किसानों को ऑर्गेनिक खेती और स्ट्रॉबेरी उत्पादन के बारे में जानकारी दी जा रही है, यह महोत्सव 16 फरवरी तक चलेगा।
इस महोत्सव की शुरुआत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा की थी ये स्ट्रॉबेरी महोत्सव झाँसी के लिए चमत्कार से कम नही है जो बुंदेलखंड की धरती पर स्ट्रॉबेरी महोत्सव का आयोजन हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि बुंदेलखंड के बारे में प्रदेश और देश की जो धारणा थी उसे इस महोत्सव के माध्यम से एक नया संदेश दिया जा रहा है। बुंदेलखंड में एक नई पहचान दिलाने का काम करेगा।
जिलाधिकारी आंध्र मानसी ने कहा कि स्टोबेरी महोत्सव के बारे में प्रधानमंत्री जी ने मन की बात मैं शामिल किया जो झांसी बुंदेलखंड के लिए गौरव की बात है किसानों को केंद्र की सभी सुविधाएं मोहिया कराना हमारा कर्तव्य है और किसान की दोगुनी आय की दिशा पर लगातार काम हो रहा है,
झांसी के हरजीत चावला और उनकी बेटी गुरलीन चावला ने अपने घर की छत टेरेस गार्डन पर की शुरुआत फिर के बूढ़ा गांव की अपनी बंजर जमीन का मिट्टी परीक्षण करा कर हॉर्टिकल्चर ऑर्गेनिक खेती के माध्यम से अपने 1 एकड़ खेत में स्ट्रॉबेरी का उत्पादन कर साबित कर दिया कि बुंदेलखंड की जमीन बंजर नहीं हो सकती
खेती को ड्रिप इरिगेशन प्रणाली से जोड़कर आज की क्षमता से तीन गुना अधिक सिंचाई क्षमता विकसित की जा रही है ।
स्ट्रॉबेरी महोत्सव में झांसी सभी प्रमुख होटल-रेस्टोरेंट व होम-बेकर्स फ्रेश स्ट्रॉबेरी से बनने वाले 100 से भी ज्यादा व्यंजन तैयार करेंगे। इस महोत्सव के जरिए प्रशासन का यह भी उद्देश्य है कि बुंदेलखंड के किसान स्ट्रॉबेरी की खेती में रुचि लें ,