इराक में अमेरिकी सैन्य उपस्थिति ‘अवैध’: खामेनेई
तेहरान। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इराक में अमेरिका की उपस्थिति को ‘अवैध’ बताया है और उन्होंने अरब देशों से अमेरिकी कब्जे के खिलाफ खड़े होने का आग्रह किया। खामेनेई ने ईरान की राजधानी तेहरान में बुधवार को इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी से मुलाकात के दौरान कहा, “इस बात के सबूत हैं कि अमेरिकी, इराक में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने और उसका विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। इस कब्जे का गंभीरता से विरोध किया जाना चाहिए। उन्होंने पश्चिम एशिया में हाल के घटनाक्रमों, खासकर सीरिया की परिस्थितियों का भी उल्लेख किया। खामेनेई इस बात पर जोर दिया कि सीरिया में जो कुछ हुआ है, उसमें बाहरी ताकतों की भूमिका पूरी तरह से स्पष्ट है।
इराकी प्रधानमंत्री ने उम्मीद जतायी कि तेहरान की उनकी यात्रा के दौरान हुई ‘अनुकूल’ वार्ता और समझौते द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेंगे। सुदानी ने गाजा और लेबनान के खिलाफ इजरायली हमले की निंदा की तथा गाजा तथा लेबनान के लोगों के साथ-साथ क्षेत्र में प्रतिरोध का समर्थन करने के अपने देश की सैद्धांतिक स्थिति को रेखांकित किया। उन्होंने सीरिया में हाल के घटनाक्रमों में विदेशियों की भूमिका की ओर भी इशारा करते हुए कहा कि उनके देश ने हमेशा सीरियाई लोगों की इच्छा का समर्थन करने, अपनी स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने तथा एक समावेशी सरकार के गठन को सुनिश्चित करने का रुख अपनाया है। सुदानी द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ आम चिंता के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत के लिए बुधवार को एक दिवसीय यात्रा पर तेहरान पहुंचे। यात्रा के दौरान, उन्होंने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन और संसद के स्पीकर मोहम्मद बकार कलीबाफ से भी मुलाकात की।