अतिरिक्त कृषि ऋण की सीमा बढ़ाकर दो लाख रुपए
नयी दिल्ली। भारतीय रिज़र्व बैंक ने कृषि संबंधी सहायक कार्यों के अतिरिक्त कृषि ऋण की सीमा 1.6 लाख रुपए से बढ़ाकर दो लाख रुपए करने की घोषणा की है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को यहां बताया कि किसान पर 1.6 लाख रुपये की वर्तमान ऋण सीमा को बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दिया गया है। यह परिवर्तन एक जनवरी 2025 से प्रभावी होगा। मंत्रालय के अनुसार यह निर्णय मुद्रास्फीति और कृषि की बढ़ती लागत के कारण से किया गया है। इसका उद्देश्य किसानों को बेहतर वित्तीय पहुँच प्रदान करना है और यह सुनिश्चित करना कि उनके पास अपनी कृषि आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन हों। आरबीआई ने कहा है कि दो लाख रुपये तक के ऋण के लिए किसी गारंटी की आवश्यकता नहीं होगी। यह कदम विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए ऋण पहुंच को बढ़ाता है। इस पहल से किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) ऋणों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है जिससे किसानों को कृषि कार्यों में निवेश करने और अपनी आजीविका में सुधार करने में सहायता मिलेगी।