तीरंदाजी में महिला टीम के बाद पुरुष टीम ने भी जीता स्वर्ण पदक
हांगझोउ। भारत के ओजस देवतले,अभिषेक वर्मा और जावकर प्रथमेश समाधान की जोड़ी ने पुरुष कंपाउंड तीरंदाजी में गुरुवार को दक्षिण कोरिया को 235-230 के अंतर से हराकर इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीत लिया है। इससे भारत की महिला टीम ने चीनी ताइपे को 230-229 से हराकर स्वर्ण पदक जीता था। आज यहां खेले गये मुकाबले में दक्षिण कोरिया के पांच नौ-पॉइंटर्स की मदद से 58-55 की बढ़त के साथ भारत आगे बढ़ने वाला पहला खिलाड़ी था। कोरियाई लोग फिर से एंड 2 के शुरुआती शॉट्स में 10 से चूक गए और एक और अंक पीछे रह गए। दूसरे छोर से भारतीय टीम ने अंदरूनी घेरे पर प्रहार करना जारी रखा।
इससे पहले दिन में भारतीय तीरंदाजी महिला कंपाउंड टीम ने फाइनल में मुकाबले में चीनी ताइपे को 230-229 से हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया था। अदिति, ज्योति और परनीत की भारतीय जोड़ी शुरुआत में दो अंकों से पीछे चल रही थी, लेकिन दूसरे छोर के छठे तीर में चीनी ताइपे के 7-प्वाइंटर ने भारत को बढ़त दिला दी। फिर, अंतिम छोर तक स्कोर 171-171 रहा और भारत ने अंत मे चीनी ताइपे को एक अंक से हराकर स्वर्ण पदक मैच जीत लिया।
ज्योति सुरेखा वेन्नम, अदिति गोपीचंद स्वामी और परनीत कौर की महिला टीम ने यी सुआन चेन, आई जु हुआंग और लु यून वांड की चीनी ताइपे टीम को कड़े मुक़ाबले में 230-229 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।