डब्ल्यूएचओ ने ब्रिटेन में मंकीपॉक्स वायरस के फैलने की जताई आशंका
लंदन,
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी जारी की है कि ब्रिटेन में मंकीपॉक्स वायरस के मामलों में और वृद्धि हो सकती है। डब्ल्यूएचओ द्वारा बुधवार रात जारी की गयी चेतावनी में कहा गया कि ब्रिटेन में इस वायरस के संबंध में अभी तक की उपलब्ध जानकारी से पता चलता है कि यह स्थानीय स्तर पर ही पनपा है लेकिन अभी तक की स्थिति में इसके स्थानीय रूप से प्रसारित होने को लेकर कुछ खास स्पष्टता नहीं है और नये मामले सामने आने की पूरी संभावना है। इस बीच ब्रिटिश स्वास्थ्य अधिकारी लंदन में मंकीपॉक्स वायरस केे फैलने के कारणों की जांच कर रहे हैं जिसने नौ लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में मंकीपॉक्स वायरस छह मई को एक ही घर से तीन सदस्यों में पाया गया था, इसके कुछ दिनों बाद चार और मामले सामने आए। इसके अलावा दो मामले एक लंदन में और एक इंग्लैंड के दक्षिण पूर्व में भी सामने आए।
ब्रिटेन के स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) के मुख्य चिकित्सा सलाहकार सुसान हॉपकिंस ने मंकीपॉक्स वायरस के नए मामलों और यूरोप भर के देशों में मंकीपॉक्स वायरस के बढ़ते नए मामलों पर चिंता जताई। हॉपकिंस ने कहा, “ हम इस वायरस से संबंधित मामलों की पहचान कर रहे हैं, जिससे सही समय पर उनका उपचार किया जा सके।” उन्होने बताया कि ब्रिटेन में मंकीपॉक्स वायरस के पिछले दिनों में आठ मामले सामने आए हैं, जो सभी नाइजीरिया की यात्रा से लौटे यात्रियों में पाए गए। डब्ल्यूएचओ ने बताया कि मध्य और पश्चिमी अफ्रीका के जंगलों में घूमने गये लोग आकस्मिक इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं। इस बीमारी का कारण मंकीपॉक्स वायरस है जो ऑर्थोपॉक्सवायरस फैमली का सदस्य है।अभी तक इस मामलों में संक्रमण का स्रोत निश्चित नहीं किया जा सका है।