पारंपरिक औषधि क्षेत्र में सहयोग के लिए गुणवत्ता और एकरुपता जरुरी: सोनोवाल
नयी दिल्ली। केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पारंपरिक औषधि क्षेत्र में आपसी सहयोग का आह्वान करते हुए गुरुवार को कहा कि इनके लिए गुणवत्ता और एकरुपता सुनिश्चित की जानी चाहिए। सोनोवाल ने यहां पारंपरिक औषधियों पर भारत और आसियान के सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कहा कि अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने पर एकजुटता से जोर दिया जाना चाहिए। इस अवसर पर केंद्रीय आयुष राज्य इस अवसर पर, डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई कालूभाई, सचिव आयुष वैद्य राजेश कोटेचा, अन्य गणमान्य व्यक्ति और आसियान देशों के 75 प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
सोनोवाल ने कहा कि पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में ‘एक स्वास्थ्य’ के लक्ष्य को प्राप्त करने में प्रमुख भूमिका निभाने की क्षमता है। आसियान के महासचिव डॉ. काओ किम होर्न ने भारत और आसियान के बीच साझा सांस्कृतिक और पारंपरिक औषधीय संबंधों का उल्लेख किया। महासचिव ने विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए आसियान और भारत के बीच तालमेल को प्रतिबिंबित करने वाले तीन प्रमुख बिंदुओं पर प्रकाश डाला, जिसमें पारंपरिक और पूरक दवाओं के माध्यम से सार्वजनिक स्वास्थ्य पर सहयोग शामिल है।