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संसदीय समिति एक साथ चुनाव कराने पर 10 और 17 दिसंबर को विशेषज्ञों से सलाह लेगा

नयी दिल्ली।  लोकसभा और सभी राज्य विधानसभाओं में एक साथ चुनाव कराने के प्रस्ताव से जुड़े दो महत्त्वपूर्ण बिलों की जांच कर रही संसद की संयुक्त समिति 10 और 17 दिसंबर को विशेषज्ञों से राय लेगी। समिति की अध्यक्षता भाजपा सांसद पीपी चौधरी कर रहे हैं। पहली बैठक 10 दिसंबर को होगी, जिसमें राज्यसभा सदस्य और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल, चुनाव आयोग के प्रतिनिधि और अन्य कानूनी विशेषज्ञों से सुझाव लिए जाएंगे। दूसरी बैठक 17 दिसंबर को निर्धारित है। इसमें आर्थिक सलाहकार संजय सान्याल, आईएमएफ की फर्स्ट डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर गीता गोपीनाथ, और भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई से परामर्श लिया जाएगा। समिति के पास दो बिलों-संविधान (129वां संशोधन) बिल, 2024 और केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) बिल, 2024 की विस्तृत जांच की जिम्मेदारी है। ये बिल 17 दिसंबर 2024 को लोकसभा में पेश किए गए थे और 20 दिसंबर को समिति को भेजे गए थे। दोनों बिल सरकार की “एक देश, एक चुनाव” पहल को लागू करने के लिये आवश्यक माने जा रहे हैं।

संविधान संशोधन बिल का उद्देश्य चुनाव आयोग को एक साथ चुनाव कराने का अधिकार देना है। इसके तहत लोकसभा चुनाव के बाद राष्ट्रपति की अधिसूचना जारी होते ही समवेत चुनाव प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी। सभी राज्य विधानसभाओं की अवधि लोकसभा के कार्यकाल के अनुरूप तय करने का प्रस्ताव है, ताकि भविष्य में सभी चुनाव एक साथ हो सकें। बिल यह भी स्पष्ट करता है कि यदि किसी विधानसभा या लोकसभा का कार्यकाल बीच में समाप्त हो जाए, तो उस स्थिति में होने वाला चुनाव केवल शेष अवधि के लिए होगा। इसके अलावा, चुनाव आयोग को यह अधिकार देने का प्रस्ताव भी है कि यदि किसी राज्य में एक साथ चुनाव कराना संभव न हो, तो वह चुनाव टालने की सिफारिश कर सकेगा और राष्ट्रपति उस पर निर्णय ले सकेंगे।

केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) बिल, 2024 में केंद्र शासित प्रदेशों से संबंधित कानूनों—1963 का केंद्र शासित एक्ट, 1991 का दिल्ली संबंधी एक्ट और 2019 का जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन एक्ट—में आवश्यक संशोधन प्रस्तावित हैं। समिति को इन बदलावों के संवैधानिक, विधायी, प्रशासनिक और आर्थिक प्रभावों के साथ-साथ शासन और मतदाता सहभागिता पर संभावित असर का आकलन करना है। समिति को अपनी रिपोर्ट संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र के अंतिम सप्ताह के पहले दिन प्रस्तुत करनी है।