सोरेन ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा, शुक्रवार को सुनवाई
नयी दिल्ली। उच्चतम न्यायालय झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ दायर उनकी याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा। मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने सोरेन की याचिका पर शीघ्र सुनवाई के लिए गुरुवार को उनकी गुहार स्वीकार करते कहा कि वह शुक्रवार को सुनवाई करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में एक नाटकीय घटनाक्रम में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ एक दिन बाद गुरुवार को शीर्ष अदालत में एक याचिका दायर की।
पीठ के समक्ष वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल और ए एम सिंघवी ने सोरेन की याचिका पर यह कहते हुए तत्काल सुनवाई की गुहार लगाई कि उनके गिरफ्तारी के तरीके इससे देश की राजनीति पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। याचिकाकर्ता सोरेन के वकील ने कहा कि यह एक बहुत गंभीर मामला है, क्योंकि मुख्यमंत्री को आम चुनाव से कुछ महीने पहले ही गिरफ्तार किया गया। सोरेन के वकील ने दावा किया कि ईडी की ओर से याचिकाकर्ता को बुधवार शाम पांच बजे गिरफ्तार किया गया, हालांकि, गिरफ्तारी ज्ञापन में कहा गया कि यह रात 10 बजे किया गया।
शीर्ष अदालत के समक्ष ईडी की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दलील दी कि इसी तरह की एक याचिका झारखंड उच्च न्यायालय में भी दायर की गई है। ईडी की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने भी कहा कि याचिकाकर्ता के खिलाफ गंभीर आरोप हैं। इस पर हालांकि, श्री सिब्बल ने कहा कि उच्च न्यायालय से याचिका वापस ले ली जाएगी। पीठ ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति जताई और कहा कि वह इस मामले पर शुक्रवार को विचार करेगी। ईडी ने बुधवार को सोरेन को राज्य के मुख्यमंत्री के पद से अपना इस्तीफा सौंपने के लिए राज्यपाल भवन जाने से पहले (कथित तौर पर) ही गिरफ्तार कर लिया था।