अग्निवीरों के कौशल विकास में जुड़ेगा कौशल विकास मंत्रालय,स्किल इंडिया मिशन
नयी दिल्ली। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) तथा स्किल इंडिया मिशन ने शुक्रवार को कहा कि वे सेनाओं में भर्ती की नयी अग्निपथ योजना में सशस्त्र बलों के साथ मिलकर काम करेंगे,युवाओं की भविष्य के लिए तैयार एक सेना का निर्माण करेंगे। कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि मंत्रालय और स्किल इंडिया सशस्त्र बलों के विभिन्न अंगों के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि अग्निपथ योजना में युवाओं को अतिरिक्त कौशल में प्रशिक्षित किया जा सके ताकि वे इन नौकरियों से जुड़े दायित्वों के लिए बेहतर तरीके से अनुकूल साबित हो सकें। बयान के मुताबिक इसके अलावा सभी अग्निवीरों को सेवा में कार्यरत रहने के दौरान स्किल इंडिया का प्रमाण-पत्र मिलेगा। यह प्रमाण–पत्र उन्हें हमारी अर्थव्यवस्था में पैदा हो रही उद्यमिता और नौकरी की विभिन्न भूमिकाओं से संबंधित उन विविध अवसरों का लाभ उठाने में सक्षम बनाएगा, जो उनके कार्यकाल की समाप्ति पर उपलब्ध होंगे। मंत्रालय ने कहा है कि स्किल इंडिया के सभी संगठन-प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी), राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी), विभिन्न क्षेत्र से जुड़े कौशल परिषद, एनआईईएसबीयूडी एवं आईआईई जैसे उद्यमिता संस्थान, साथ ही कौशल नियामक एनसीवीईटी, इस अभियान से जुड़े होंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ये अग्निवीर सेवा में कार्यरत रहते हुए अपनी नौकरी के दायित्वों से संबंधित आवश्यक कौशल प्रमाण-पत्र प्राप्त कर लें।
बयान के मुताबिक सेवा से मुक्त होने के समय, संपूर्ण कौशल पारिस्थितकी तंत्र इन युवा अग्निवीरों के लिए खुला होगा, जिसकी वजह से वे विविध कौशल उन्नयन/ बहु-कौशल प्रशिक्षण और उद्यमिता से संबंधित पाठ्यक्रमों से लाभान्वित होंगे। मंत्रालय ने कहा है कि अग्निपथ योजना परिवर्तनकारी है। इसके परिणामस्वरुप, तकनीकी रूप से सक्षम एवं युवा श्रमशक्ति के निर्माण के साथ-साथ राष्ट्र-प्रथम जैसे हमारी सेना के मूल मूल्यों का निर्माण होगा, जो कि भारत के निरंतर विकास और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये अग्निवीर हमारी सीमाओं की रक्षा और भारत को एक आधुनिक एवं प्रौद्योगिकी संचालित युवा वैश्विक महाशक्ति बनने के करीब ले जाने के मामले में एक संपदा के रूप में काम आएंगे।