सिसोदिया ने आईजीडीटीयूडब्ल्यू की छात्राओं को किया सम्मानित
नयी दिल्ली,
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को एजुकेशन मेंटरिंग प्रोग्राम को सफलतापूर्वक पूरा करने पर इंदिरा गांधी दिल्ली महिला तकनीकी विश्वविद्यालय (आईजीडीटीयूडब्ल्यू) की छात्राओं को सम्मानित किया। श्री सिसोदिया ने कहा, ‘आप बच्चे हमारे देश की असल संपत्ति है, मैं यह देख कर खुश हूँ कि आप सभी के भीतर देश के लिए कुछ करने का उत्साह है। आप सभी के अपने सपनों को पूरा करने का अवसर देना मेरी जिम्मेदारी है।“ उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा प्रणाली शीर्ष पाँच प्रतिशत बच्चों को बेहतरीन शिक्षा मुहैया करती है, लेकिन आपको और मुझे यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है ताकि हमारे सभी सौ प्रतिशत बच्चों को अपनी क्षमता को पूरा करने का अवसर मिले। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि आप अपने सभी दोस्तों को भी मेंटर बनने के लिए प्रेरित करें। और शिक्षा को जन-आन्दोलन बनाने में अपना सहयोग दे।” इस कार्यक्रम का उद्घाटन मार्च में किया गया था, जहां इंदिरा गांधी दिल्ली महिला तकनीकी विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाली 250 लड़कियों ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों की 11वीं और 12वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई करने वाली 1000 लड़कियों की छह महीने तक स्टेम के क्षेत्र में मेंटरिंग की और उन्हें करियर संबंधी गाइडेंस दी थी।
साल दर साल लड़कियां बोर्ड परीक्षाओं में लड़कों से बेहतर प्रदर्शन करने के बावजूद, बहुत कम लड़कियां 11 वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम को चुनती है। दिल्ली सरकार के स्कूलों के 1.5 लाख से अधिक छात्र हर साल बोर्ड परीक्षा देते हैं। इनमें से सिर्फ 5-6 हजार साइंस स्ट्रीम की लड़कियां हैं। यहां तक कि वे लड़कियां जो साइंस स्ट्रीम में नामांकित हैं, उन्हें अक्सर बड़े पैमाने पर करियर और विशेष रूप से इंजीनियरिंग क्षेत्र के बारे में जानकारी और मार्गदर्शन तक पहुंच नहीं होती है। इसे देखते हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के दिशा निर्देशन में इस मेंटरिंग कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस एजुकेशन मेंटरिंग प्रोग्राम के तहत, जिन लड़कियों ने हाल ही में जेईई परीक्षा पास की थी, उन्होंने अपने तैयारी संबंधी अनुभव, लर्निंग को सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली उन छात्राओं के साथ साझा किया जो जेईई परीक्षा की तैयारी कर रही थी। इस मेंटरिंग कार्यक्रम में स्टेम में उच्च शिक्षा के विभिन्न पहलू शामिल थे- जैसे स्टेम क्षेत्र के पाठ्यक्रमों के उपलब्ध विकल्प, प्रवेश परीक्षा, परीक्षा पैटर्न, प्रवेश परीक्षा के लिए आवश्यक तैयारी, तैयारी के लिए उपलब्ध संसाधन, सरकार की वित्तीय सहायता योजनाएं, परीक्षा के दबाव से कैसे निपटें और तनाव, समय प्रबंधन, अन्य विषयों के बीच बेहतर ध्यान केंद्रित करने की तकनीक आदि।