शाह का मणिपुर में अशांति फैलाने वालों से सख्ती से निपटने का निर्देश
नयी दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में शांति और समृद्धि को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए राज्य में अशांति फैलाने वाली सभी गतिविधियों के साथ सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं। शाह ने मणिपुर यात्रा के दूसरे दिन मंगलवार को इंफाल में नागरिक समाज संगठनों के साथ व्यापक विचार-विमर्श किया। उन्होंने राजभवन में नाश्ते पर महिला नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की। मणिपुर के समाज में महिलाओं की भूमिका के महत्व को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि सब मिलकर राज्य में शांति और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध हैं। शाह ने विभिन्न नागरिक समाज संगठनों और छात्र संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों से भी मुलाकात की।
चूड़ाचांदपुर रवाना होने से पहले केन्द्रीय गृह मंत्री ने प्रमुख हस्तियों, बुद्धिजीवियों, सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों और लोक सेवकों के एक समूह के साथ भी बातचीत की। विभिन्न समूहों ने शांति के प्रति कटिबद्धता व्यक्त की और आश्वासन दिया कि सब साथ मिलकर मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने का मार्ग प्रशस्त करने में योगदान देंगे। विभिन्न समूहों ने केन्द्रीय गृह मंत्री से मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए प्रभावी कदम उठाने का आग्रह किया। केंद्रीय गृह मंत्री ने चूड़ाचंदपुर में भी प्रमुख हस्तियों और नागरिक समाज संगठनों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत की। बाद में शाम को उन्होंने इंफाल में एक सर्वदलीय बैठक की।
गृह मंत्री ने मणिपुर पुलिस, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, असम राइफल्स और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। शाह ने कहा कि मणिपुर की शांति और समृद्धि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अशांति फैलाने वाली सभी गतिविधियों के साथ सख्ती से निपटने के निर्देश दिए। शाह बुधवार को मणिपुर के मोरेह और कांगपोकपी इलाकों का दौरा करेंगे। मोरेह में वह विभिन्न स्थानीय समूहों के प्रतिनिधिमंडलों से मिलेंगे और फिर कांगपोकपी में नागरिक समाज संगठनों से बातचीत करेंगे। बाद में वह इंफाल में सुरक्षा समीक्षा बैठक भी करेंगे।