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टाइटन पनडुब्बी का मलबा मिलने के साथ ही खत्म हुआ तलाश अभियान

वाशिंगटन।  अटलांटिक महासागर में लापता टाइटन पनडुब्बी का मलबा गुरुवार को टाइटेनिक जहाज के पास मिलने के साथ ही उस पर सवार पांच लोगों की तलाश का अभियान समाप्त हो गया। प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक इस जहाज में विनाशकारी विस्फोट हुआ था और इस पर सवार एक भी व्यक्ति जीवित नहीं बचा था। केप कॉड मास से 900 मील दूर उत्तरी अटलांटिक के एक दूरदराज वाले इलाके में चलाए जा रहे तलाश अभियान ने दुनियाभर के लोगों का ध्यान आकर्षित किया था। टाइटन नामक 22 फुट की पनडुब्बी का अपने मूल जहाज से दो घंटे से भी कम समय में गत रविवार को यात्रा के दौरान संपर्क टूट गया था।

फर्स्ट कोस्ट गार्ड डिस्ट्रिक्ट के कमांड, रियर एडमिरल जॉन माउगर ने बोस्टन में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमारी संवेदनाएं परिवारों के साथ हैं और हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि जो कुछ हुआ, उसकी उन्हें यथासंभव जानकारी प्राप्त हो सके। टाइटन के स्वामित्व वाली कंपनी ओशनगेट एक्सपीडिशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी 61 वर्षीय स्टॉकटन रश सबमर्सिबल चला रहे थे और उन लोगों में से एक थे, जिन्हें मृत मान लिया गया है। जहाज पर अन्य लोग 58 वर्षीय ब्रिटिश खोजकर्ता हामिश हार्डिंग, पॉल-हेनरी नार्जियोलेट ( 77) एक फ्रांसीसी समुद्री विशेषज्ञ, जिन्होंने टाइटैनिक पर 35 से अधिक गोते लगाए थे, ब्रिटीश व्यवसायी शहजादा दाऊद (48) और उनका 19 वर्षीय बेटा सुलेमान दाऊद सवार थे।

उल्लेखनीय है कि रविवार को टाइटैनिक के मलबे को देखने के लिए अटलांटिक महासागर में निकली एक ‘टाइटन’ नाम की टूरिस्ट पनडुब्बी दक्षिण-पूर्व कनाडा के तट से अचानक गायब हो गई। इसमें पायलट सहित पांच लोग सवार थे। जिसमें ब्रिटेन के अरबपति बिजनेसमैन हामिश हार्डिंग भी थे। हामिश ने नामीबिया से आठ चीते लाने के लिए भारत सरकार के साथ काम किया था। इसके अलावा पाकिस्तान के प्रसिद्ध कारोबारी शहजादा दाउद भी अपने बेटे सुलेमान के साथ इस पनडुब्बी में थे।

समुद्री दुनिया में खोज करने वाली कंपनी ओशनगेट ने वर्ष 2021 में अपना टाईटैनिक सर्वे एक्सपीडिशन परियोजना शुरू की थी। यह पनडुब्बी में बिठाकर लोगों को टाइटैनिक का मलबा दिखाने समुद्र में लेकर जाती है। इस परियोजना के तहत एक व्यक्ति पर करीब 2,50,000 डॉलर का खर्च आता है, यानी प्रति व्यक्ति करीब दो करोड़ रुपये से अधिक अधिक व्यय होता है। इस यात्रा पर 17 साल और उससे अधिक उम्र के लोग जा सकते हैं।