वोट की ताकत पहचानें और देश से तानाशाही को खत्म करें : सुनीता केजरीवाल
नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि देश में तानाशाही चरम सीमा पर है इसलिए लोग वोट की ताकत को पहचानकर देश को तानाशाही से बचायें। श्रीमती केजरीवाल ने गुजरात में भरूच और भाव नगर लोकसभा क्षेत्र में विशाल रोड शो के दौरान कहा कि देश में तानाशाही चरम सीमा पर है। अपने वोट की ताकत को पहचानें और देश को तानाशाही से बचा लें। वे नहीं चाहते हैं कि श्री केजरीवाल की आवाज जनता तक पहुंचे,इसलिए उनको जेल में डाल दिया। श्री केजरीवाल दिल्ली और पंजाब में मिल रही मुफ़्त 24 घंटे बिजली, अच्छे स्कूल और सरकारी अस्पताल समेत सारी सुविधाएं गुजरात के लोगों को भी देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा,“ केजरीवाल एक सच्चे देशभक्त, ईमानदार और पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं। उन्होंने समाज सेवा के लिए नौकरी छोड़ दी और झुग्गी-बस्तियों में जाकर काम करने लगे। उनको पिछले 22 साल से शुगर है और 12 साल से 50 यूनिट रोजाना इंसुलिन ले रहे हैं। जेल में उनकी इंसुलिन बंद कर दी गयी। उनका शुगर लेवल 300 के ऊपर पहुंच गया। ऐसे तो श्री केजरीवाल का लीवर और किडनी खराब हो जाएगी। बड़ी मुश्किल से अदालत जाकर हमें इजाजत मिली कि उनको इंसुलिन दी जाए। देश में हर जगह तानाशाही चल रही है।
श्रीमती केजरीवाल ने कहा,“ दिल्ली की जनता ने श्री केजरीवाल को तीन बार दिल्ली का मुख्यमंत्री चुना है। आप सभी ने भी गुजरात में पहली बार में हमारे पांच विधायक चुने। यही बात इन लोगों को खटकती है कि गुजरात और दिल्ली के लोग श्री केजरीवाल को इतना प्यार क्यों करते हैं? श्री केजरीवाल का क्या कसूर है? क्या उनका यह कसूर है कि उन्होंने दिल्ली में बिजली 24 घंटे मुफ़्त कर दी। उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूल बेहतर कर दिए। मोहल्ला क्लीनिक और अस्पताल बनवा दिए, उनमें अच्छा इलाज होता है। अब महिलाओं को हर महीने हजार रुपए देने की भी घोषणा की है। श्री केजरीवाल की आवाज आप तक न पहुंच पाए, इसलिए इन लोगों ने चुनाव के समय में उनको जेल में डाल दिया।