पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन
नयी दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए भीषण आतंकवादी हमले के विरोध में गुरुवार को ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोग यहां चाणक्यपुरी स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। पहलगाम हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता साबित हुई है। गौरतलब है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों ने दो दिन पहले पहलगाम के खूबसूरत बैसरन मैदान में 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आतंकवाद विरोधी कार्रवाई मंच की ओर से आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई स्थानीय नेता शामिल हुए। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा भी विरोध प्रदर्शन में शामिल थे।
इस दौरान पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाते हुए और ‘पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है’ लिखी तख्तियां थामे प्रदर्शनकारियों ने मोदी सरकार से पाकिस्तान के साथ सभी संबंध तोड़ने और पाकिस्तान को ‘आतंकवाद प्रायोजित देश’ घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करने का आग्रह किया। हाथों में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज थामे प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान पर भारत में आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करने का आरोप भी लगाया। एक प्रदर्शनकारी ने कहा,“हम यहां अपना विरोध दर्ज कराने आए हैं, जो कुछ (पहलगाम में) हुआ वह सही नहीं था। यह पूरी तरह से मानवता के खिलाफ था, और इसलिए हम यहां हैं।
भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के साथ अपने राजनयिक संबंधों कमी लाते हुए घोषणा की कि वह सिंधु जल संधि निलंबित कर रहा है तथा अटारी भूमि सीमा चौकी को बंद कर रहा है और सार्क वीजा कार्यक्रम के तहत पाकिस्तानी नागरिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रहा है। भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग में रक्षा सलाहकारों को भी ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ करार देते हुए तुरंत चले जाने को कहा। इसके साथ ही और मिशन के कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 कर दी।