पीएम का सुझाव: जनहित की प्रमुख योजनाओं के प्रति जागरुता को बढ़ावा दें राज्य
वाराणसी,
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आयुष्मान भारत सहित जनकल्याण की अन्य प्रमुख लोकप्रिय योजनाओं का प्रसार एवं जन जागरुकता को व्यापक बनाने की जरूरत पर बल दिया है। मोदी ने मंगलवार को वाराणसी में बेहतर शासन संचालन (गवर्नेंस) के विषय पर आयोजित भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में केन्द्रीय योजनाओं को कारगर बनाने के विषय पर मुख्यमंत्रियों के साथ अनुभव साझा किये। सूत्रों के अनुसार यहां स्थित बनारस रेल वर्क्स (बीएलडल्यू) के अतिथि गृह में आहूत बैठक में प्रधानमंत्री ने जनकल्याण से जुड़ी योजनाओं के प्रति व्यापक जागरुकता एवं प्रचार प्रसार को मूल हथियार बताया। उल्लेखनीय है कि पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में अगले साल संभावित विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस बैठक को अहम माना जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने भाजपा शासित किसी राज्य की उपलब्धियों को अन्य मुख्यमंत्रियाें द्वारा अपने राज्य में बेहतर शासन संचालन के उपायों में शामिल करने की भी नसीहत दी। बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उत्तर प्रदेश चुनाव के पार्टी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान सहित राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री एवं भाजपा के काशी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने राज्य में रोजगार, स्वास्थ्य, कृषि एवं ग्रामीण विकास सहित अन्य केन्द्रीय योजनाओं के बारे में जनता को अधिक से अधिक जानकारी मुहैया कराने पर जोर दें। जिससे इनके संभावित लाभार्थियों तक इन योजनाओं का लाभ पहुंच सके। बैठक में मुख्यमंत्रियों ने उनके राज्य की प्रमुख योजनाओं की उपलब्धियों एवं सफलता की अन्य जानकारियों का प्रस्तुतिकरण किया। उल्लेखनीय है कि मोदी के दो दिवसीय काशी प्रवास के दौरान मंगलवार को सभी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं उपमुख्यमंत्रियों की बैठक आहूत की गयी थी। हालांकि प्रस्तावित बैठक के एक दिन पहले सोमवार को भी देर रात मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा की गयी। मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार की कमान मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं अपने हाथ में रखने पर इन्हें लाभार्थियों तक पहुंचाने के प्रयासों को सफल बनाया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार भाजपा शासित राज्यों के प्रमुख कामों और उपलब्धियों को आगामी विधानसभा चुनाव वाले अन्य राज्यों में भी प्रचार अभियान में शामिल करने की रणनीति पर बैठक में विचार विमर्श किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक में उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, असम, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, मणिपुर और त्रिपुरा के मुख्यमंत्रियों के अलावा बिहार और नगालैंड के उपमुख्यमंत्री भी शामिल हुये हैं। उत्तर प्रदेश के तीन दिन के प्रवास पर आये भाजपा शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री 15 दिसंबर को अयोध्या भी जायेंगे।