नस्लभेद और लिंगभेद संबंधी आठ वर्ष पुराने ट्वीट को लेकर ओली रोबिंसन ने मांगी माफी
लंदन,
न्यूजीलैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में टेस्ट पदार्पण करने वाले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ओली रोबिंसन ने अपने आठ वर्ष पुराने नस्लभेद और लिंगभेद संबंधी ट्वीट को लेकर माफी मांगी है। लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर दो जून को शुरू हुए टेस्ट के पहले दिन रोबिंसन अपने प्रदर्शन की बदौलत नहीं, बल्कि आठ वर्ष पुराने इन ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रॉल किए जा रहे थे। 27 वर्षीय रोबिंसन ने अपनी इस हरकत के लिए खेद व्यक्त करते हुए एक बयान जारी कर कहा कि वह इस घटना के बाद सेे एक परिपक्व व्यक्ति के बन गए हैं, लेकिन उनके इस कृत्य को लेकर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा एक अनुशासनात्मक प्रक्रिया शुरू की जाएगी। रोबिंसन ने ईसीबी की तरफ से जारी बयान में कहा, “ आज अपने करियर के अब तक के सबसे बड़े दिन पर मैं अपने आठ साल पहले नस्लभेद और लिंगभेद को लेकर किए गए ट्वीट के लिए माफी मांगता हूं। मैं इसके लिए बहुत शर्मिंदा हूं, क्योंकि आज ये सार्वजनिक हो गए हैं। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं नस्लभेदी और लिंगभेदी नहीं हूं। ”
तेज गेंदबाज ने कहा, “ मुझे अपने कृत्यों पर बेहद खेद है और मैं इस तरह की टिप्पणियां करने पर शर्मसार हूं। मैं तब विचारहीन और गैर-जिम्मेदार था और तब मेरी मनोदशा जैसी भी रही हो, मेरी हरकत माफी योग्य नहीं थी। मैंने ये ट्वीट तब किए थे, जब मैं अपनी जिंदगी के बुरे दौर से गुजर रहा था, क्योंकि इंग्लिश काउंटी क्लब यॉर्कशायर ने उन्हें किशोरावस्था में बाहर कर दिया था। ” उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ मैं नहीं जानता कि ये ट्वीट अब भी मौजूद हैं या नहीं। मैं हर किसी से माफी मांगना चाहता हूं। मुझे इस पर बहुत खेद है। आज मैदान पर मेरे प्रदर्शन और इंग्लैंड की तरफ से टेस्ट पदार्पण को लेकर चर्चा होनी चाहिए थी, लेकिन अतीत के मेरे व्यवहार ने इस पर पानी फेर दिया। पिछले कुछ वर्षों में मैंने अपनी जिंदगी को बदलने के लिए कड़ी मेहनत की है और अब मैं परिपक्व हो गया हूं। ” ईसीबी के मुख्य कार्यकारी टॉम हैरिसन ने इस बारे में कहा, “ मेरे पास यह बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं कि मैं इससे कितना निराश हूं कि इंग्लैंड के एक क्रिकेटर ने इस तरह के ट्वीट किए थे। कोई भी व्यक्ति, विशेषकर महिला या अश्वेत व्यक्ति इन शब्दों को पढ़ने के बाद क्रिकेटरों के लिए जो छवि अपने दिमाग में बनाएगा वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। ”