ब्रिटेन में काली खांसी के प्रकोप से नौ बच्चों की मौत
लंदन। ब्रिटेन में पिछले वर्ष नवंबर से शुरू काली खांसी के प्रकोप से अब तक नौ बच्चों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, यह प्रकोप पिछले वर्ष नवंबर में शुरू हुआ था और अब 2024 के, पहले पांच महीनों में 7,599 बच्चे और वयस्क इस बीमारी से संक्रमित हुये हैं। यह बीमारी फेफड़ों और श्वास नलियों को प्रभावित करती है। आसानी से फैलती है। यूकेएचएसए ने गुरुवार को चेतावनी दी और कहा, “छोटे बच्चों को काली खांसी से गंभीर जटिलताओं और मौत का सबसे अधिक खतरा है।
एजेंसी के मुताबिक, संक्रमित लोगों में से आधे से अधिक 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं। उन्होंने कहा कि तीन महीने से कम उम्र के बच्चों में उच्च संख्या में मामले सामने आते रहते हैं, जिन्हें संक्रमण से सबसे अधिक खतरा है। डॉक्टरों ने गर्भवती महिलाओं और शिशुओं को काली खांसी के टीके लगवाने का आग्रह किया है। यूकेएचएसए ने कहा कि नवजात शिशुओं को काली खांसी से बचाने के लिए गर्भवती महिलाओं को दिए जाने वाले टीकों के नवीनतम डेटा में 60 प्रतिशत से कम की गिरावट आई है। यूकेएचएसए में टीकाकरण निदेशक डॉ. मैरी रामसे ने कहा, “टीकाकरण काली खांसी के खिलाफ सबसे अच्छा बचाव है, और यह महत्वपूर्ण है कि गर्भवती महिलाओं और छोटे शिशुओं को सही समय पर उनके टीके मिलें।
मिलनर सेंटर फॉर इवोल्यूशन और बाथ विश्वविद्यालय में जीवन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एंड्रयू प्रेस्टन ने शिन्हुआ से कहा, “पिछले 10 सालों में पर्टुसिस के खिलाफ शिशुओं के टीकाकरण के स्तर में गिरावट आई है और हजारों शिशुओं को वे टीके नहीं मिले हैं जिनके बारे में हम जानते हैं कि वे सुरक्षा प्रदान करते हैं।” उन्होंने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में मातृ टीकाकरण कवरेज में भी उल्लेखनीय कमी आई है, जो ब्रिटेन के कुछ शहरी हिस्सों में 25-30 प्रतिशत तक कम हो गई है।