एनआईए ने मणिपुर में हाल की हिंसा के मामलों में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हाल ही में मणिपुर के जिरीबाम में महिलाओं और बच्चों सहित छह लोगों की हत्या से संबंधित एक मामले तथा दो अन्य मामलों में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि दोषियों को शीघ्र सजा दिलाने के केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए यह कार्रवाई की गयी है। गृह मंत्रालय ने मणिपुर में बढ़ती हिंसा की घटनाओं के बीच और अपराधों की गंभीरता को देखते हुए इन मामलों की जांच एनआईए को सौंपने का निर्णय लिया था। जांच एजेन्सी ने इस संबंध में तीनों मामलों में गत 13 नवम्बर को फिर से मुकदमा दर्ज किया है।
पहले मामले में मणिपुर के बोरोबेकरा में कई घर जला दिए गए और दो नागरिक मारे गए। बाद में अज्ञात उग्रवादियों ने तीन महिलाओं और तीन बच्चों समेत छह लोगों का अपहरण कर उनकी हत्या भी कर दी थी। यह भयानक घटना 11 नवंबर को हुई, जब कुछ अज्ञात सशस्त्र आतंकवादियों ने बोरोबेकरा और जकुराधोर करोंग में स्थित कुछ घरों तथा दुकानों पर गोलीबारी की और बाद में आग लगा दी। एनआईए ने भारतीय न्याय संहिता 2023 और शस्त्र अधिनियम, 1959 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
दूसरे मामले में भारतीय न्याय संहिता 2023 और शस्त्र अधिनियम, 1959 की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। तीसरा मामला जिरीबाम में सशस्त्र आतंकवादियों द्वारा एक महिला की हत्या से संबंधित है। यह घटना सात नवंबर को हुई थी। एनआईए की टीमों ने 21 और 22 नवंबर को घटनास्थल का दौरा किया और जांच शुरू की। स्थानीय पुलिस से मामले के दस्तावेज एनआईए को सौंपने की प्रक्रिया अभी चल रही है।