उत्तर प्रदेशटॉप-न्यूज़राज्यराष्ट्रीय

समय के अनुरूप चलाने होंगे नए दौर के तकनीकी पाठ्यक्रम: योगी

गोरखपुर।  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि आज का समय तकनीकी का समय है और समय के अनुरूप ही हमें उन्नत तकनीकी को लेकर आगे बढ़ना होगा जिसके लिए युवाओं को नए दौर के तकनीकी पाठ्यक्रमों , न्यू एज कोर्सेज की शिक्षा प्रदान करनी होगी ताकि हमारे युवा किसी भी तरह से पीछे न हो सकें। योगी ने शनिवार को गोरखपुर जिले के सहजनवा हरदी में राजकीय पॉलिटेक्निक के आवासीय, अनावसीय भवनों का उद्घाटन करने के बाद यहां आयोजित समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि इन भवनों के निर्माण पर 21.02 करोड़ रुपये की लागत आई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कुछ युवा विभिन्न ऑनलाइन फर्जी कंपनियों की लालच में फंसकर अपना धन और समय दोनो बेकार कर देते हैं। आज दुनिया में साइबर सिक्योरिटी भी एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। साइबर सिक्योरिटी के लिए भी डिग्री या डिप्लोमा कार्यक्रम चललाकर प्रशिक्षित युवाओं को तैयार किया जा सकता है। साइबर सिक्योरिटी में प्रशिक्षित युवा साइबर से संबंधित विभिन्न मुद्दों में अपना योगदान दे सकते हैं और रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। योगी ने कहा कि उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि हमारा युवा आज की नई तकनीकी जैसे इंटरनेट ऑफ थिंग्स, डाटा एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि की शिक्षा से वंचित न हो। इसके हमें स्थानीय स्तर पर ही इस कार्य को आगे बढ़ाना होगा। रोजगार प्राप्त युवा अपनी समृद्धि के साथ गोरखपुर, प्रदेश और देश के विकास में भी बड़ा योगदान देगा।

उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के चाक.चौबंद व्यवस्था के कारण बेहतरीन औद्योगिक वातावरण का विकास हुआ है। प्रशिक्षित कार्यबल के लिए लगातार कार्य किये जा रहे हैं। युवाओं को स्किल्ड बनाने के लिए कई डिग्री और डिप्लोमा के कोर्स चलाए जा रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश में तीन तकनीकी विश्वविद्यालय हैं जिसमे एक जिसमे एक लखनऊ में, दूसरा कानपुर में तथा तीसरा गोरखपुर में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय है। प्रदेश में विभिन्न राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, सैकड़ों पॉलिटेक्निक और आईटीआई कॉलेज के साथ निजी इंजीनियरिंग कॉलेज तकनीकी शिक्षा को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का व्यावसायिक शिक्षा विभाग कई प्रकार न्यू एज कोर्स का संचालन कर रहा है ताकि प्रदेश के युवाओं को दक्ष बनाया जा सके।