उत्तर प्रदेशटॉप-न्यूज़राज्यराष्ट्रीय

अयोध्या में शुरू होने जा रहा है नवदिवसीय अमृत महोत्सव

अयोध्या।  मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में चित्रकूट धाम के तुलसी पीठाधीश्वर पद्मविभूषण जगतगुरू रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य महाराज के नवदिवसीय अमृत महोत्सव का रविवार को दिव्य शुभारंभ हो रहा है। महोत्सव में देश के संत, राजनीतिक व फिल्म जगत की कई नामचीन हस्तियां शामिल होंगी। यह अमृत महोत्सव का नव दिवसीय आयोजन रामानंद मिशन के तत्वाधान में अयोध्याधाम पंचकोसी परिक्रमा स्थित बड़ा भक्तमाल की बगिया पर रविवार 14 जनवरी से लेकर 22 जनवरी तक हो रहा है। नवदिवसीय महोत्सव के क्रम में 1008 कुंडीय हनुमन महायज्ञ, श्रीरामकथा संवाद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम है। हनुमन महायज्ञ में सवा करोड़ से अधिक आहुतियां डाली जायेंगी। अमृत महोत्सव से संबंधित लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

इस संबंध में तुलसीपीठाधीश्वर जगतगुरू रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य महाराज के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास ने शनिवार को प्रेसवार्ता में कहा “यह हम सबके लिए बड़े ही सौभाग्य का विषय है कि जब साढ़े पांच सौ वर्षों बाद श्रीरामलला सरकार अपने दिव्य-भव्य, नव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं। इसके लिए न जानें हमारी कितनी पीढिय़ा चली गईं लेकिन वह रामलला के भव्य मंदिर निर्माण को नही देख सकीं। हम सब परम सौभाग्यशाली हैं। 22 जनवरी को रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं। जो हम सबके लिए हर्ष और गौरव का विषय है। श्रीरामजन्मभूमि के लिए लाखों हिंदुओं ने बलिदान दे दिया।

उन्होंने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट में श्रीरामजन्मभूमि मामले की सुनवाई हो रही थी तो हिंदू समाज के गौरव गुरूदेव पद्म विभूषण जगतगुरू रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने कोर्ट के सम्मुख पेश होकर श्रीरामजन्मभूमि के पक्ष में अनेकों अकाट्य साक्ष्य दिए जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी माना और उसी साक्ष्य के आधार पर राममंदिर के पक्ष में फैसला दिया। जब हम सब पिछले वर्ष सालासर में गुरूदेव का 74वां जन्मोत्सव मना रहे थे। तब उसी समय सबने तय कर लिया था कि गुरूदेव का 75वां जन्मोत्सव अर्थात अमृत महोत्सव 14 जनवरी से 22 जनवरी तक अयोध्याधाम में मनायेंगे। यह गजब संयोग है कि जब रामनगरी में गुरूदेव का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। यज्ञ सम्राट बालक योगेश्वर दास के मार्गदर्शन तथा यज्ञाचार्य बालकृष्ण शर्मा के नेतृत्व में प्रतिदिन प्रात: 8 बजे से 12 बजे तक 12 सौ ब्राह्मणों के सहयोग से हवन किया जायेगा। इस अनुष्ठान का मुख्य उद्देश्य पाक अधिकृत कश्मीर की वापसी के लिए है क्योंकि पाक अधिकृत कश्मीर भारत माता का मस्तक है।

गुरूदेव अपने मुखारविंद से प्रतिदिन सायं 4 बजे से 6 बजे तक रामकथा कहेंगे। इसके लिए भव्य रामायणम् मंडप मनाया गया है, जिसमें एक साथ 40 हजार श्रोतागण बैठकर कथा का रसपान कर सकेंगे। देश के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा दो चरणों में अपरान्ह 2 से 3.30 और सायं 6 से 8.30 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा। कार्यक्रमों की श्रृंखला में 14 जनवरी पद्मश्री मालिनी अवस्थी, 15 को शर्मा बंधु, 16 जनवरी को पद्मश्री हेमा मालिनी (अपने 55 साथियों संग रामायण की प्रस्तुति), 18 को कन्हैया मित्तल, 19 जनवरी मनोज मुंतशिर शुक्ल, 20 को पद्मश्री अनूप जलोटा, 21 को कुमार विश्वास और 22 जनवरी को कला संगम द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा। इसके अतिरिक्त पद्मश्री नलिनी कमलिनी, पद्मश्री सुनील जोगी, अनामिका जैन अंबर, मनोज तिवारी, रवि किशन, दिनेश लाल यादव निरहुआ आदि 30 कलासाधक गुरूदेव के प्रति अपने भाव प्रगट करेंगे।

इसके अलावा देश के प्रतिष्ठित संत बाबा रामदेव, श्री श्री रविशंकर, मुरारी बापू, साध्वी ऋतंभरा, 14 जनवरी को बागेश्वर सरकार आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, आचार्य प्रदीप मिश्रा, आचार्य अनिरूद्धाचार्य, राजेंद्र महाराज कार्यक्रम में सम्मिलित हो रहे हैं। तो वहीं फिल्मी जगत से अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, कंगना राणावत, आशुतोष राणा, अनुपम खेर, रोहित शेट्टी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी एक सौ तीस करोड़ भारतीयों के प्रतिनिधि हैं। इसलिए वह राममंदिर उद्घाटन समारोह में सम्मिलित हो रहे हैं। यह पूरे जीवन के लिए अविस्मरणीय पल है। उसी प्रकार का उत्साह हिंदू जनमानस में होने जा रहा है। क्योंकि 1 सौ 30 करोड़ हिंदुओं के आराध्य रामलला मंदिर में आ रहे हैं। प्रेसवार्ता में हनुमानगढ़ी के यज्ञसम्राट बालक योगेश्वर दास, संत राजू दास व मीडिया प्रभारी शांतनु भी मौजूद रहे।