आजादी का अमृत महोत्सव: स्वतंत्रता संग्राम की कहानियों पर होगा नाटकों का मंचन
नयी दिल्ली,
केंद्र सरकार की ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ पहल के साथ आगे बढ़ते हुए राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) स्वतंत्रता संग्राम की कहानियों पर आधारित नाटकों का मंचन करेगा।
नाटकों के मंचन की शुरुआत एनएसडी परिसर के अभिमंच सभागार में 12 अगस्त से होगी। संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। बारह अगस्त से 14 अगस्त के बीच क्रमश: तीन नाटकों जगदम्बा, बापू और पहला सत्याग्रही का मंचन होगा। इन तीन दिनों के नाटकों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के आजादी के लड़ाई में याेगदान को दिखाया जाएगा। सभी नाटक शाम साढ़े छह बजे शुरू होंगे।
एनएसडी के चेयरमैन परेश रावल ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा,“ आजादी की लड़ाई में स्वतंत्रता संग्राम घटनाएं प्रेरित करती हैं और संदेश देती हैं, जिन्हें आज का भारत आत्मसात कर आगे बढ़ सकता है। इन प्रेरणाओं और संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हमें विभिन्न माध्यमों का इस्तेमाल करना होगा और यह मंच इनमें से एक है। इन नाटकों में महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका के आंदोलन से लेकर चंपारण, नमक सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन, दांडी मार्च और भारत छोड़ो आंदोलन के अलावा कस्तूरबा गांधी के आजादी में योगदान को दिखाया जाएगा।” कोरोना महामारी के मद्देनजर इस मंचन को दर्शकों के प्रति अनुकूल और सुरक्षित बनाने के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे। एनएसडी के कार्यकारी निदेशक दिनेश खन्ना ने कहा,“ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए सभागार में सिर्फ 50 प्रतिशत यानी 120 दर्शकों के बैठने की ही व्यवस्था की गई है। इन नाटकों को देखने के इच्छुक लोग 10 अगस्त से एनएसडी परिसर से पास निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं।