अश्विन जैसी कैरम-बॉल सीखना चाहते हैं मर्फी
लंकाशर। ऑस्ट्रेलिया के युवा ऑफ-स्पिनर टॉड मर्फी ने सात जून से होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले भारतीय दिग्गज रविचंद्रन अश्विन की तरह ‘कैरम-बॉल’ पर महारत हासिल करने की इच्छा जताई है। मर्फी ने फरवरी-मार्च में भारतीय सरज़मीन अपना अपना टेस्ट पदार्पण करते हुए चार मैचों में 14 विकेट चटकाये थे। उस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को भले ही हार मिली थी लेकिन मर्फी को उनके प्रदर्शन के आधार पर डब्ल्यूटीसी फाइनल और एशेज़ टेस्ट शृंखला की स्क्वाड में जगह दी गयी है। क्रिकेट डॉट कॉम द्वारा मंगलवार को प्रकाशित एक खबर के अनुसार, मर्फी ने अपनी तैयारियों पर कहा, “मैं अभी भी उस (कैरम बॉल) पर काम कर रहा हूं, लेकिन अश्विन की तरह इसे करने में अभी लंबा सफर तय करना है। यह एक तरह से आसान है, और मुश्किल भी। आपको बस भरोसा रखने की जरूरत है कि आप इसे कर सकते हैं। मैं एक दिन अपने कौशल में इसे जोड़ना पसंद करूंगा।
मर्फी हालांकि टेस्ट क्रिकेट की आवश्यकताओं को समझते हैं और नयी-नयी कलाएं सीखने के बावजूद ऑफ-स्पिन को ही अपनी मजबूती रखना चाहते हैं। मर्फी ने कहा, “आप हमेशा अपनी तरकश में नया तीर जोड़ने की कोशिश में रहते हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपकी मूल चीजें अच्छी रहें और आपकी स्टॉक गेंद उतनी अच्छी स्थिति में हो जितनी आप कर सकते हैं। मर्फी को भारत दौरे पर यहां की पिचों को ध्यान में रखकर लाया गया था, जो स्पिनरों के लिये मददगार साबित हुई हैं। मर्फी ने बताया कि अपने वरिष्ठ नेथन लायन से गुर सीखने के अलावा उन्होंने अश्विन को भी बहुत बारीकी से देखकर अपनी गेंदबाजी में सुधार किया।
मर्फी ने कहा, “विश्लेषण की सबसे अच्छी बात यही है कि आप सब देख सकते हैं। मैं उनके हाथ और कलाई की स्थिति को करीब से देखने में दिलचस्पी रखता था, बस यह समझने के लिये कि हर गेंद कैसे बाहर आ रही थी और कैसे व्यवहार कर रही थी। उन्होंने कहा, “उन परिस्थितियों में उनका कौशल अद्वितीय है। यह आश्चर्यजनक था कि वह अपने पूरे ओवरों में गेंदबाजी में कैसे विविधता ला सकते हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया को सात जून से लंदन के द ओवल मैदान पर होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल में एक-दूसरे का सामना करना है। अनुभवी स्पिनर नेथन लायन के होते हुए मर्फी को इस मुकाबले में जगह मिलना मुश्किल है, लेकिन उन्होंने कहा है कि वह मौका मिलने तक अपने कौशल में लगातार सुधार करते रहेंगे।
मर्फी ने कहा, “जाहिर है इस समय ‘गैज़ा’ (लायन) हैं और इतने लंबे समय से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। एक तरह से मुझे उम्मीद है कि मुझे इस दौरे पर कोई मैच नहीं खेलने को मिलेगा, क्योंकि इसका अर्थ होगा कि वह फिट रहेंगे। उन्होंने कहा, “उम्मीद है कि मैं कड़ी मेहनत कर सकता हूं और अपना कौशल विकसित कर सकता हूं। अगर कोई अवसर आता है तो मुझे यह सुनिश्चित करना होगा कि मैं इसे लेने के लिये तैयार हूं। मुझे हर समय तैयार रहना होगा। बहुत सी चीजें बदल सकती हैं और वे तेजी से बदल सकती हैं।