आयुर्वेद पद्धति से हुई 20 से ज्यादा शल्य क्रिया
नयी दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में सुश्रुत जयंती के अवसर पर 20 से अधिक शल्यक्रिया (ऑपरेशन) की गई और इनका लाइव प्रसारण किया गया। संस्थान की निदेशक तनुजा मनोज नेसारी ने शुक्रवार को यहां बताया कि 13 और 14 जुलाई को संस्थान में आयुर्वेद शल्य क्रिया के जनक सुश्रुत की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर दो दिवसीय एक सम्मेलन शल्यकॉन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में देशभर के 200 से अधिक आयुर्वेद चिकित्सकों ने भाग लिया। पिछले दो दिन के दौरान संस्थान में 22 लोगों की शल्य क्रिया की गई जिनका लाइव प्रसारण भी किया गया। यह शल्य क्रियाएं हर्निया, पाचन संबंधी तंत्र और त्वचा प्रत्यारोपण से संबंधित थी। पहले दिन नौ और दूसरे दिन 13 व्यक्तियों की शल्यक्रिया की गई। डॉक्टर नेसारी ने कहा कि सामान्य तौर पर माना जाता है कि आयुर्वेद में सेना के लिए संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि सुश्रुत जयंती के अवसर पर इस भ्रम को तोड़ने की कोशिश की गई और शल्य क्रियाओं का लाइव प्रसारण किया गया। सम्मेलन में भाग ले रहे आयुर्वेद चिकित्सकों को इस संबंध में व्यापक रूप से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि सभी से लेकर इस सफल रही और रोगियों को स्वास्थ्य लाभ हो रहा है।