कल असम जाएंगे मोदी, 15600 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन होगा

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को असम की दो दिन की यात्रा पर जाएंगे जहां वह 15 हजार 600 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री शनिवार अपह्रान तीन बजे गुवाहाटी पहुंचेंगे जहां वह लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नये टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर वह एक सभा को संबोधित भी करेंगे। रविवार सुबह प्रधानमंत्री गुवाहाटी के बोरागांव में शहीद स्मारक क्षेत्र में शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद वह असम के डिब्रूगढ़ में नामरूप जाएंगे और वह असम वैली फर्टिलाइजर एंड केमिकल कंपनी लिमिटेड की अमोनिया-यूरिया परियोजना का भूमि पूजन करेंगे। इस अवसर पर वह सभा को भी संबोधित भी करेंगे। लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नया भवन असम की कनेक्टिविटी, आर्थिक विस्तार और वैश्विक संपर्क में परिवर्तनकारी मील का पत्थर साबित होगा। लगभग 1.4 लाख वर्ग मीटर में फैला नया टर्मिनल सालाना 1.3 करोड़ यात्रियों को संभालने के लिए डिजायन किया गया है। भारत में प्रकृति के थीम वाला यह पहला हवाई अड्डा टर्मिनल है जिसका डिज़ाइन ‘बैम्बू ऑर्किड’ थीम के तहत असम की जैव विविधता और सांस्कृतिक विरासत से प्रेरित है। टर्मिनल में करीब 140 टन स्थानीय बांस का उपयोग किया गया है जो काजीरंगा से प्रेरित हरे-भरे परिदृश्य, प्रतिष्ठित गैंडे के प्रतीक और कोपू फूल को दर्शाने वाले 57 ऑर्किड-प्रेरित स्तंभों से पूरित है। एक अद्वितीय ‘स्काई फॉरेस्ट’, जिसमें स्वदेशी प्रजातियों के लगभग एक लाख पौधे हैं, आने वाले यात्रियों को जंगल जैसा अनुभव कराते हैं।
यह टर्मिनल यात्री सुविधा और डिजिटल नवाचार में नए बेंचमार्क स्थापित करता है। तेज़, गैर-हस्तक्षेप वाली सुरक्षा जांच के लिए फुल-बॉडी स्कैनर, डिजीयात्रा-सक्षम संपर्क रहित यात्रा, स्वचालित सामान प्रबंधन, फास्ट-ट्रैक इमिग्रेशन और एआई -संचालित हवाई अड्डा जैसी सुविधाएं सहज, सुरक्षित और कुशल यात्रा सुनिश्चित करती हैं। रविवार सुबह नामरूप जाने से पहले प्रधानमंत्री ऐतिहासिक असम आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए शहीद स्मारक क्षेत्र भी जाएंगे। यह जन आंदोलन छह वर्ष चला था जो विदेशी-मुक्त असम और राज्य की पहचान की सुरक्षा के लिए सामूहिक संकल्प का प्रतीक था। बाद में प्रधानमंत्री असम के डिब्रूगढ़ में नामरूप में ब्रह्मपुत्र वैली फर्टिलाइजर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के मौजूदा परिसर में नयी ब्राउनफील्ड अमोनिया-यूरिया उर्वरक परियोजना का भूमिपूजन करेंगे।
किसानों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री के विजन को आगे बढ़ाते हुए 10,600 करोड़ रुपये से ज़्यादा के निवेश वाली यह परियोजना असम और पड़ोसी राज्यों की उर्वरक ज़रूरतों को पूरा करेगी, आयात पर निर्भरता कम करेगी, बड़े पैमाने पर रोज़गार पैदा होगा और इससे क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा । यह औद्योगिक पुनरुद्धार और किसान कल्याण की आधारशिला है।
