प्रदेश भर में भव्य तरीके से हुआ मिशन शक्ति चौथा चरण का शुभारंभ
लखनऊ। शारदीय नवरात्र के एक दिन पहले शनिवार को प्रदेशभर में मिशन शक्ति कार्यक्रम के चौथे चरण का भव्य शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने राजधानी लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में नारी शक्ति, सम्मान और स्वावलंबन की प्रतीक तीन मातृशक्तियों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने यहां लोक भवन में मिशन शक्ति के चतुर्थ चरण के शुभारम्भ के अवसर पर इसरो की महिला वैज्ञानिक रितु कारिधन श्रीवास्तव, असम की पद्मश्री पुरस्कार विजेता हेमो प्रोवा सूतिया तथा एचसीएल की चेयरपर्सन रोशनी नाडर मल्होत्रा को सम्मानित किया। मिशन शक्ति पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में सभी का स्वागत करते हुए कहा कि जब वर्ष 2020 में मिशन शक्ति की शुरुआत की गयी थी, तब पूरी दुनिया कोरोना महामारी की चपेट में थी। उस समय जब सभी लोग अपनी जान बचाने के प्रयास कर रहे थे, प्रदेश की एएनएम, आशा बहनें तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां गांव-गांव में घर-घर जाकर लोगों की सेवा करने और शासन की सहायता को सभी तक पहुंचाने का कार्य कर रही थीं। उस समय वे स्वयं ही फील्ड में उतरे थे और इन बहनों के कार्य को देखा था। वहीं से मिशन शक्ति कार्यक्रम की प्रेरणा प्राप्त हुई।
उन्होंने कहा “ यह कार्यक्रम प्रदेश में लाइव हो रहा है। सभी जनपदों में अपने-अपने क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने वाली महिलाओं के सम्मान के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। शारदीय नवरात्रि में हम देवी के 09 स्वरूपों की पूजा करते हैं। समाज में देवी की प्रतीक महिलाओं के सम्मान के कार्यों को आगे बढ़ाएं, तो वे समाज में नई प्रेरणा बनेंगे। यह कार्य आधी आबादी को स्वावलम्बन की दिशा में आगे बढ़ा सकते हैं। यह समाज व शासन की जिम्मेदारी है। शासन इसी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए मिशन शक्ति कार्यक्रम का शुभारम्भ कर रहा है। ”
मिशन शक्ति की शुरूआत से पूर्व प्रदेश में कई निर्णय लिए गए थे। मिशन शक्ति का पहला ध्येय सुरक्षा था। एक सुरक्षित वातावरण में ही सभी कार्य सम्भव हैं। इसके लिए उत्तर प्रदेश पुलिस बल में 20 प्रतिशत महिला कार्मिकों की भर्ती के प्रयास किए गए। वर्ष 2017 में महिला पुलिस कार्मिकों की संख्या मात्र 10 हजार थी। वर्तमान में इनकी संख्या 40 हजार है। इन्हें महिला बीट पुलिस अधिकारी के रूप में तैनाती देते हुए सुरक्षा सम्बन्धी जागरूकता की जिम्मेदारी दी गई। इनके माध्यम से महिला सम्बन्धी अपराधों में घटना के कारणों की जांच करने, अपराधी की गिरफ्तारी करने, अपराधी के खिलाफ समय से विवेचना करने, चार्जशीट दाखिल करने तथा प्रोजीक्यूशन को समय से आगे बढ़ाते हुए अपराधी को दण्डित कराने के कार्य किए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज एनसीआरबी के आंकड़ों में उत्तर प्रदेश में महिला सम्बन्धी अपराधों में काफी गिरावट आयी है। सर्वाधिक अपराधियों को सजा दिलाने तथा प्रॉजीक्यूशन को समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ाने वाला राज्य उत्तर प्रदेश बना है। सर्वाधिक आबादी वाला राज्य होने के कारण प्रदेश में चुनौतियां भी थीं। उनके बीच से रास्ते निकाले गये। इसके साथ ही, प्रदेश में अन्य अनेक कार्यक्रम भी आगे बढ़ाये गये।
इसी के तहत बुंदेलखंड के झांसी में आज महिला सशक्तिकरण जागरूकता रैली निकाली गयी । इस रैली में जनपद के विभिन्न विद्यालयों की शिक्षिकाओं, छात्र-छात्राएं, खिलाड़ी और डॉक्टरों ने भाग लिया। रैली में महिला बीट आरक्षी, डायल 112 के दोपहिया और चार पहिया वाहन , चीता मोबाइल एंबुलेंस, महिला थाना मोबाइल, शक्ति मोबाइल और एंटी रोमियो मोबाइल के कुल 800 नफर शामिल हुए। रैली को जिलाधिकारी अविनाश कुमार,डीआईजी झांसी परिक्षेत्र जोगेंद्र कुमार और एसएसपी राजेश एस ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद लखनऊ में लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम का प्रसारण सभी गणमान्यों ने दीनदयाल सभागार में देखा।
कुशीनगर में जनपद मुख्यालय स्थित थाना रविन्द्रनगर धूस पर महिला सशक्तिकरण के दृष्टिगत नारी सुरक्षा, नारी सम्मान व नारी स्वावलंबन के तहत सासंद कुशीनगर विजय कुमार दूबे, जिलाधिकारी उमेश मिश्रा व पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल द्वारा मिशन शक्ति का विशेष अभियान फेज-04 का हरी झंडी दिखाकर रोजगार और सुरक्षा संबंधी मोटरसाइकिल रैली को रवाना तथा कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इसके बाद कलेक्ट्रेट स्थित सभागार कक्ष में लोकभवन से मिशन शक्ति के चतुर्थ चरण का मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया, सांसद कुशीनगर, सहित उपस्थित जनप्रतिनिधि तथा जिलाधिकारी व सम्मानित अधिकारियों व कर्मचारियों ने देखा।
बागपत में राज्य मंत्री केपी मलिक व जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह, पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने राजकीय कन्या इंटर कॉलेज बागपत से महिला सशक्तिकरण रैली को हरी झंडी दिखाकर कलेक्ट्रेट के लिए रवाना किया। रैली राजकीय कन्या इंटर कॉलेज बागपत से शुरू होकर वंदना चौक से होते हुए दिल्ली सहारनपुर हाईवे से होती हुई कलेक्ट्रेट पहुंची। रैली में नेहरू युवा केन्द्र बागपत के स्वयंसेवक, स्कूल के विद्यार्थी, मंगल दल के युवा, भारत स्काउट गाइड, एनसीसी के युवा बड़ी संख्या में शामिल रहे। कलेक्ट्रेट लोकमंच पर राष्ट्रगान के साथ रैली का समापन हुआ।