लोकतांत्रिक ढंग से ही मथुरा के मुद्दे का भी समाधान होना चाहिए : कुमार
नयी दिल्ली,
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक इंद्रेश कुमार ने अयोध्या के बाद मथुरा को लेकर आ रहे बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि संविधान और कानून सम्मत तरीकों के साथ-साथ लोकतांत्रिक ढंग से ही मथुरा के मुद्दे का भी समाधान होना चाहिए। श्री कुमार ने सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में आखिरकार सच की ही जीत हुई और इसलिए मथुरा में भी उकसाने, भड़काने और लड़वाने की कार्रवाई नहीं करनी चाहिए। श्री कुमार ने उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट का समर्थन करते हुए कहा कि अयोध्या और काशी की तरह मथुरा का भी विकास होना चाहिए क्योंकि तीर्थस्थलों के विकास से सबको फायदा मिलता है। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 की दोबारा बहाली को लेकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अब श्री अब्दुल्ला को लंदन चले जाना चाहिए। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए श्री कुमार ने कहा कि त्रिपुरा की जनता ने सुश्री बनर्जी को बता दिया है कि वह बंगाल, बंगाली, त्रिपुरा और देश के लिए फिट नहीं है।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत में मिलाने को लेकर उन्होंने कहा कि वहां पर अवैध कब्जा है। सेना और सरकार तय करे कि, उसे कब वापस लेना है। उन्होंने यह दावा किया कि सरकार इसे लेकर कोशिश भी कर रही है। किसान आंदोलन पर पूछे गए एक सवाल का जवाब में संघ नेता ने कहा,“ यह आंदोलन सारे देश का किसान आंदोलन नहीं है और अब जब कृषि कानूनों की वापसी की उनकी मांगे मान ली गई है और अन्य मांगों के लिए भी समिति बना दी गई है तो क्या इसके बावजूद अभी भी रास्ता रोक कर बैठे रहना संवैधानिक और कानूनी है अफगानिस्तान में तालिबानी शासन के बाद भारत की बढ़ रही सुरक्षा चिंताओं और वैश्विक आतंकवाद का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि विश्वग्राम, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच और राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच संयुक्त रूप से 11 दिसंबर को दिल्ली में वैश्विक आतंकवाद के विभिन्न पहलुओं और इसके प्रभाव के बारे में चर्चा करने के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है। इसमें अनेक देशों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।