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‘मन की बात’ से देश के सामाजिक-आर्थिक विकास को गति मिली : नड्डा

गाज़ियाबाद, 

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेडियाे पर प्रसारित होने वाले अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से देश के सामाजिक आर्थिक विकास को गति दी है और उससे करोड़ों लाेगों के जीवन में गरीबी दूर हुई है और उन्नति हुई है। नड्डा ने राजधानी से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के वसुंधरा में सेक्टर-11 स्थित बूथ संख्या 327 पर प्रधानमंत्री  मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को बूथ कार्यकर्ताओं के साथ सुना और उसके बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि श्री मोदी का लोकप्रिय जन-संवाद कार्यक्रम ‘मन की बात’, देश की जनता के साथ उनके एक अलग प्रकार के रिश्ते को रेखांकित करता है। इस कार्यक्रम की ख़ूबसूरती यह है कि आज तक कभी भी प्रधानमंत्री ने इसमें कोई भी राजनीतिक बात नहीं की है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह दैवीय आशीर्वाद है कि श्री मोदी जैसे यशस्वी व्यक्तित्व देश के प्रधानमंत्री हैं जो हर पल गाँव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित, पिछड़े और समाज के कल्याण के लिए ही जीते हैं। उनके यशस्वी नेतृत्व में पिछले आठ वर्षों में भारत में गरीबों की संख्या में 12.3 फीसदी की कमी आई है। आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक ने अपनी रिपोर्टाें में इसे स्वीकार किया है।


उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री  मोदी की गरीब कल्याण योजनाओं का मजाक उड़ाया करती थीं लेकिन ये आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, जन-धन, सौभाग्य योजना, उज्ज्वला योजना, किसान सम्मान निधि, स्वच्छ भारत अभियान जैसी योजनायें ही हैं जिसके कारण भारत में गरीबों की संख्या में भारी कमी आई है। पहले की धारणा यह थी कि भारत की अर्थव्यवस्था कर्ज के भरोसे चलती है, भारत निर्यात नहीं करता लेकिन आज यह धारणा भी धाराशायी हो चुकी है। मोदी के नेतृत्व में आज भारत निर्यात हब के रूप में विकसित हो रहा है। वर्ष 2021-22 में देश का निर्यात लगभग 400 अरब डॉलर तक पहुँच गया है।  नड्डा ने कहा कि आज के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में  मोदी ने प्रधानमंत्री संग्रहालय से लेकर वैदिक गणित की उपयोगिता और पर्यावरण से लेकर जल संरक्षण तक, महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। उन्होंने इस बात पर विशेष जोर डाला कि कैसे वैदिक गणित में छात्रों की रुचि जागृत हो, किस तरह इसका उपयोग किया जा सकता है और छात्रों की सहूलियत के लिए किस तरह वैदिक गणित को और सरल बनाया जा सकता है। उन्होंने छात्रों को भी देश के पुरातन ज्ञान से परिचय कराया और श्लोकों के माध्यम से बताया कि हमारी गिनती अरब और खरब पर ही नहीं रुकती, बल्कि अनंत तक की यात्रा करती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में जहाँ देश के सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करने की बात करते हैं वहीं वे अपने देशवासियों के साहसिक प्रयासों की भी तारीफ़ कर देशवासियों से राष्ट्र पुनर्निर्माण के यज्ञ में सहभागी बनने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के मंच को जन-जन का मंच बनाया है और देश के कोने-कोने से भारत के लिए कुछ अलग कर गुजरने की प्रेरणा देने वाले लोगों की कहानियों को इस मंच का हिस्सा बनाया है। इस तरह से ‘मन की बात’ वन-वे नहीं बल्कि टू-वे ट्रैफिक है। नड्डा ने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे सामूहिक रूप से प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को सुनें, इस पर चर्चा करें और इसकी प्रमुख बातों को जन-जन तक ले जाएं। इस प्रकार से राष्ट्र के पुनर्निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

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