जैसलमेर में फिट इंडिया वॉकथान का उद्घाटन करेंगे रिजिजू
नयी दिल्ली,
केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू 31 अक्टूबर को जैसलमेर में 200 किलोमीटर लम्बी फिट इंडिया वॉकथान का उद्घाटन करेंगे। इसका आयोजन भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने किया है। रिजिजू दो दिवसीय दौरे पर 30 अक्टूबर को जोधपुर और जैसलमेर आएंगे। रिजिजू 30 अक्टूबर को दिल्ली से रवाना होकर जोधपुर पहुंचेंगे और उसी दिन जोधपुर से जैसलमेर के लिए रवाना होंगें। रिजिजू 31 अक्टूबर को जैसलमेर में 200 किलोमीटर लम्बी फिट इंडिया वॉकथान का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर उनके साथ बॉलीवुड अभिनेता और फिटनेस आइकन विद्युत् जामवाल भी मौजूद रहेंगे।
रिजिजू फिट इंडिया मिशन 200 किलोमीटर वॉकथान में अपने सहभागियों के साथ भाग लेंगे। वह 31 अक्टूबर को ही जैसलमेर से जोधपुर के लिए रवाना होकर वहां से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। यह आयोजन तीन दिनों 31 अक्टूबर से दो नवम्बर तक चलेगा जिसमें जवान और विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बालों के कर्मी हिस्सा लेंगे और 200 किमी चलेंगे। वॉकथान मार्च दिन-रात जारी रहेगा और भारत-पाकिस्तान सीमा के साथ स्थित क्षेत्र में थार रेगिस्तान के टीलों से होकर गुजरेगा।
रिजिजू ने इस आयोजन को लेकर कहा कि यह प्रधानमंत्री का आह्वान है कि फिट इंडिया आंदोलन को जन आंदोलन बनाया जाए। उन्होंने कहा कि यह बड़ी ख़ुशी की बात है कि देश के बहादुर जवान इस वॉकथान के जरिये फिटनेस के महत्त्व को फैलाने के लिए मिलकर आगे आये हैं। उन्होंने कहा कि वह जैसलमेर में जवानों के साथ जुड़ेंगे और उनके साथ वॉक में हिस्सा लेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि फिट इंडिया मूवमेंट को देश के हर कोने तक पहुंचाना खेल मंत्रालय का लक्ष्य है। उनके विचारों को बॉलीवुड अभिनेता और फिटनेस आइकन विद्युत जामवाल ने समर्थन किया। उन्होंने कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि फिट इंडिया वॉकथॉन के माध्यम से फिटनेस के महत्व पर बहुत जोर दिया गया है। रिजिजू के साथ इस वॉकथॉन को झंडी दिखा कर रवाना करना हमारे लिए एक सम्मान की बात है और हमारे जवान फिटनेस के बारे में प्रचार करने के लिए इस मिशन में हमारे साथ शामिल होंगे।” ‘फिट इंडिया वॉकथॉन’ का उद्देश्य भारत में फिट और स्वस्थ जीवन शैली के बारे में जागरूकता पैदा करना है और यह हाल ही में संपन्न ‘फिट इंडिया फ्रीडम रन’ से इस बारे में पता चलता है कि लोग इस अभियान को कितना महत्व दे रहे हैं। इस दौड़ में पूरे भारत से 6.5 करोड़ से अधिक लोगों ने भागीदारी की थी।