अंतरिक्ष और साइबर जैसे क्षेत्रों में भी सहयोग बढायेंगे भारत और जापान
नयी दिल्ली। भारत और जापान ने मजबूत रक्षा साझेदारी के प्रति वचनबद्धता दोहराते हुए अंतरिक्ष और साइबर जैसे नये क्षेत्रों में सहयोग बढाने पर सहमति व्यक्त की है। भारत-जापान रक्षा नीति वार्ता की बुधवार को यहां हुई 7 वीं बैठक में यह सहमति बनी। रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और जापान के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के रक्षा उप मंत्री ओका मसामी ने बैठक की सह-अध्यक्षता की। दोनों देशों ने रक्षा वार्ता और अभ्यासों के माध्यम से सेनाओं के बीच बढ़ते सहयोग की सराहना की। उन्होंने जापान में इस वर्ष जनवरी में भारतीय वायु सेना और जापानी वायु आत्मरक्षा बल के बीच औपचारिक लड़ाकू अभ्यास ‘वीर गार्जियन’ के आयोजन का स्वागत किया।
रक्षा सचिव ने जोर देकर कहा कि दोनों देशों को अपने-अपने रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को गहरा करने का लक्ष्य रखना चाहिए। उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत भारत में निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए जापानी रक्षा उद्योगों को भी आमंत्रित किया। दोनों पक्ष रक्षा अंतरिक्ष और साइबर जैसे नए और उभरते क्षेत्रों में विविध सहयोग पर सहमत भी हुए। बैठक में भारत और जापान ने मजबूत रक्षा साझेदारी के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई तथा द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के अवसर पता लगाने पर सहमत हुए। दोनों पक्षों ने पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तारीखों पर अगली रक्षा नीति वार्ता आयोजित करने पर भी सहमति व्यक्त की। रक्षा नीति वार्ता द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर चर्चा करने के लिए भारत और जापान के बीच एक संस्थागत तंत्र है।