इमरान खान की विपक्ष ने की आलोचना, चुनाव आयोग में सदस्यों की नियुक्ति से जुड़ा मामला
इस्लामाबाद,
पाकिस्तान में विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार की आलोचना की है क्योंकि पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) के सदस्यों की नियुक्ति पर पुनर्गठित संसदीय पैनल में दो ऐसे मंत्रियों को शामिल किया गया है, जो खुद आयोग की अवमानना के आरोपों का सामना कर रहे हैं। विपक्ष पार्टी के सदस्यों में से एक ने कहा, ‘एक ओर प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार विरोधी प्रहरी के अध्यक्ष की नियुक्ति पर मुख्य विपक्षी नेता से इस मामले में परामर्श करने से इनकार कर दिया है क्योंकि वह भ्रष्टाचार के मामलों का सामना कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर वह सांसदों से दो ऐसे मंत्रियों का समर्थन करने के लिए कह रहे हैं, जिन्होंने न केवल आयोग और उसके प्रमुख के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है, बल्कि जो अभी जांच के दायरे में हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें उस पैनल में लाया गया है, जिन्हें आयोग के दो सदस्यों की नियुक्ति पर फैसला करना है।
सूत्रों के हवाले से डॉन न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, पैनल के गठन के लिए किए गए परिवर्तनों के तहत सूचना मंत्री फवाद चौधरी को शिक्षा मंत्री और विशेष प्रशिक्षण मंत्री शफाकत महमूद के स्थान पर लिया गया है और सीनेटर आजम स्वाति ने सीनेटर हिदायत उल्लाह की जगह ली है। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, विपक्षी दलों ने जब सीनेट की तरफ से इसके कार्यवाहक अध्यक्ष मिर्जा मुहम्मद आफरीदी द्वारा किए गए ‘एकतरफा नामांकन” पर सवाल उठाया था, तब आयोग के दो सदस्यों की नियुक्ति पर समिति का पुनर्गठन किया गया था।