दक्षिण कोरिया की सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी के नेता हान ने दिया इस्तीफा
सोल। दक्षिण कोरिया की सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी (पीपीपी) के नेता हान डोंग-हून ने सोमवार को पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। योनहाप समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी। इससे पहले, श्री हान ने राष्ट्रपति के महाभियोग के लिए समर्थन व्यक्त किया, हालांकि वह शुरू में इसके खिलाफ थे। उन्होंने राष्ट्रपति के इस्तीफे की वकालत करते हुए अपनी पार्टी के सांसदों से अपनी अंतर्रात्मा की आवाज सुनकर मतदान करने का आह्वान किया। अंत में, पार्टी का आंतरिक निर्णय महाभियोग के खिलाफ मतदान करने के बावजूद 12 पीपीपी सांसदों ने उनके आह्वान का पालन किया और ‘इसके पक्ष में’ मतदान किया।
एजेंसी ने श्री हान के हवाले से कहा, “मैं पीपुल्स पावर पार्टी के नेता के रूप में पद छोड़ रहा हूं। पार्टी की सर्वोच्च परिषद के पतन के कारण पार्टी प्रमुख के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करना असंभव हो गया है।” श्री हान ने कहा कि उन्होंने महाभियोग के बजाय देश के लिए बेहतर रास्ता खोजने के सभी प्रयास किये, लेकिन असफल रहे। उन्होंने 23 जुलाई को कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष चुने जाने के 146 दिन बाद इस्तीफा दिया है। संसद द्वारा राष्ट्रपति यूं सुक-योल के महाभियोग को मंजूरी दिए जाने के तुरंत बाद श्री हान ने अध्यक्ष के रूप में सेवा जारी रखने के अपने इरादे की घोषणा की, हालांकि, पार्टी की सर्वोच्च परिषद के निर्वाचित सदस्यों में से पांच ने इस्तीफा दे दिया, जिससे पार्टी नेतृत्व का स्वतः विघटन हो गया।
इससे पहले दक्षिण कोरियाई संसद ने राष्ट्रपति के महाभियोग का समर्थन किया था, जिसमें 204 सांसदों ने राष्ट्रपति को पद से हटाने का समर्थन किया था और 85 ने इसके खिलाफ मतदान किया था। तीन सांसदों ने मतदान में भाग नहीं लिया, आठ मतपत्र अमान्य थे। दक्षिण कोरियाई संसद के सभी 300 सदस्यों ने मतदान में भाग लिया। संसद द्वारा महाभियोग को मंजूरी मिलने के बाद श्री सुक-योल की शक्तियों को अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया है। संवैधानिक न्यायालय राष्ट्रपति को पद से हटाने के मुद्दे पर विचार करेगा। न्यायालय के पास ऐसा करने के लिए 180 दिन का समय होगा और अंतिम निर्णय आने तक प्रधानमंत्री हान डक-सू कार्यवाहक राष्ट्राध्यक्ष बन जाएंगे। संवैधानिक न्यायालय ने सोमवार को यूं सुक-योल को पद से हटाने के मुद्दे पर विचार करना शुरू कर दिया, लेकिन स्पूतनिक द्वारा संपर्क किये गये विशेषज्ञों के अनुसार न्यायालय को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के रूप में उन्हें हटाने या बहाल करने पर निर्णय लेने के लिए कानून को इसके लिए आवंटित लगभग छह महीनों की आवश्यकता होगी।